Solar Power System : एक किलोवॉट सोलर सिस्टम 2-3 बीएचके घरों के लिए पर्याप्त होता है. लूम सोलर की माने तो इतनी क्षमता का सोलर सिस्टम दिन के समय में 4 से 6 यूनिट तक बिजली उत्पन्न कर सकता है. जो एक सामान्य घर को सामान्य खपत पर 8-10 घंटे की बिजली सप्लाई कर सकता है.
Solar Power System : अगर आप बिजली के आने जाने से परेशान हैं और बढ़ता प्रदूषण भी आपकी टेंशन बढ़ाता है. तो आपके लिए सोलर एनर्जी (solar energy) सबसे कारगर उपाय हो सकता है. भारत की स्थिति ऐसी है जहां साल के अधिकांश वक्त सूरज की रोशनी मिलती है. यही वजह है कि भारतीयों के लिए सूरज की रोशनी से मिलने वाली ऊर्जा (Power) भविष्य की ऊर्जा मानी जाती है. हालांकि आज भी लोग ये नहीं जानते है सोलर पैनल लगाने का खर्च कितना है और उनकी जरूरत के लिए कितना बड़ा सिस्टम काफी होगा. सोलर पैनल और लीथियम बैटरी बनाने वाले स्टार्टअप लूम सोलर ने आपके लिए ऐसी ही एक कैलकुलेशन दी है जिसकी मदद से आप सोलर सिस्टम लगाने के लिए सही फैसला ले सकते हैं.
सोलर पावर सिस्टम में क्या क्या है शामिल : Solar Power System
अक्सर लोग सोलर पैनल को ही सोलर एनर्जी सिस्टम मान लेतें हैं, क्योंकि पहली नजर में लोगों को यही दिखाई पड़ता है. लूम सोलर के मुताबिक सोलर एनर्जी सिस्टम में 4 हिस्से होते हैं. इसमें सोलर पैनल, सोलर इन्वर्टर, सोलर बैटरी, पैनल स्टैंड होता हैं. वहीं इन सभी को जोड़ने के लिए जरूरी सहायक सामान की भी जरूरत होती है. वहीं अगर पूरे सिस्टम की बात करें तो ये दो तरह के होते हैं. ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम जिसमें सोलर पैनल के साथ बैटरी होती है. वहीं दूसरा ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम जिसमें बैटरी नहीं होती. सिस्टम में लगे इन कंपोनेंट की कीमत के आधार पर ही सोलर एनर्जी की कुल लागत तय होती है. ये कीमत सिस्टम की क्षमता के आधार घटती बढ़ती है जिसे किलोवॉट में दर्शाया जाता है. आम घर के लिए एक किलोवॉट क्षमता काफी होती है.
एक किलोवॉट सिस्टम की क्षमता : Solar Power System
एक किलोवॉट सोलर सिस्टम 2-3 बीएचके घरों के लिए पर्याप्त होता है. लूम सोलर की माने तो इतनी क्षमता का सोलर सिस्टम दिन के समय में 4 से 6 यूनिट तक बिजली उत्पन्न कर सकता है. जो एक सामान्य घर को सामान्य खपत पर 8-10 घंटे की बिजली सप्लाई कर सकता है. या फिर 3 पंखों, एक फ्रिज, एक टीवी, 4 से 5 लाइट्स को 3-4 घंटे तक लगातार चलाने में समर्थ है. आप अपने घर में पावर सप्लाई और दरों के आधार पर ऑफ ग्रिड या ऑन ग्रिड सिस्टम का चुनाव कर सकते हैं. अगर आपकी जरूरत कम है तो आप बैटरी के साथ एक किलोवॉट का ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम लगा सकते हैं.
कितनी होगी सिस्टम की लागत : Solar Power System
इस साल जनवरी में लिखे गए ब्लॉग में लूम सोलर ने जानकारी दी है कि एक किलोवॉट का ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम औसतन करीब एक लाख रुपये का लगेगा. वहीं ऑन ग्रिड सिस्टम करीब 60 हजार रुपये का पड़ेगा. हाइब्रिड सिस्टम के लिए करीब एक लाख 5 हजार रुपये देने होंगे. ब्लॉग के मुताबिक सोलर पैनल सिस्टम की कीमतों में उतार-चढ़ाव आ सकता है और ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप कैसे प्रोडक्ट का चुनाव करते हैं. जैसे एक किलोवॉट के सोलर पैनल की कीमत 32 हजार से 44 हजार के बीच हो सकती है. इसके अलावा सोलर इन्वर्टर, सोलर बैटरी, सोलर चार्जर कंट्रोलर, पैनल स्टैंड, बिजली गिरने से बचाव के उपाय, वायरिंग, अर्थिंग किट के साथ साथ सोलर पैनल लगाने का शुल्क भी इसमें जुड़ता है. एक किलो वॉट के लिए शुल्क 7 हजार रुपये बताया गया है. अगर आप खुद ये काम कर सकें तो आपको सिर्फ उपकरणों की कीमत चुकानी होगी. वहीं प्रोफेश्नल सर्विस के तहत सालाना मेंटीनेंस कॉन्ट्रैक्ट भी दिया जाता है जो कि 10 हजार रुपये प्रति किलोवाट प्रति वर्ष तक हो सकता है.
सोलर एनर्जी योजना के तहत कितनी मिलेगी सब्सिडी : Solar Power System
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय रूफटॉप सोलर योजना के तहत घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाकर सौर ऊर्जा उत्पन्न करने के लिए, मंत्रालय ग्रिड-कनेक्टेड रूफटॉप सोलर योजना (चरण- II) लागू कर रहा है. अगर आप 3 किलोवाट तक सोलर रूफटॉप पैनल लगाते हैं, तो आपको सरकार द्वारा 40 फीसदी सब्सिडी प्रदान की जाएगी और यदि आप 10 किलोवाट लगाते हैं तो आपको सरकार की ओर से 20 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी. यह योजना राज्यों में स्थानीय विद्युत वितरण कंपनियों (डिस्कॉम) द्वारा कार्यान्वित की जा रही है.
सब्सिडी की राशि सोलर पैनल लगाने के 30 दिनों के भीतर डिस्कॉम द्वारा गृहस्वामी के खाते में जमा कर दी जाएगी.
सोलर सिस्टम लगाने के लिए कैसे करें आवेदन : Solar Power System
- सोलर सिस्टम लगाने के लिए आपको इसकी आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा.
- इसमें एक नया पेज खुलेगा जहां आपको अप्लाई फॉर सोलर रूफटॉप पर क्लिक करना है.
- इसके उपरांत आपके सामने एक और नया पेज खुलेगा जहां आपको अपने राज्य के अनुसार लिंक का चयन करना होगा और उस पर क्लिक करना होगा.
- इसके बाद आपके सामने फॉर्म खुल जाएगा, जिसमें सभी जरूरी जानकारियां भरनी होंगी.
सौर सिस्टम लगवाने के लाभ : Solar Power System
- सौर ऊर्जा को ऊर्जा का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है क्योंकि सौर पैनलों से ऊर्जा उत्पन्न करने में कोई प्रदूषण नहीं होता है.
- सौरमंडल पूरी तरह से सूर्य के प्रकाश पर आधारित है.
- सौर पैनलों से ऊर्जा बनाने के लिए कोयला, पेट्रोल और डीजल का उपयोग नहीं करना पड़ता है.
- आप हर महीने बिजली बिल पर भी बचत कर सकते हैं.