Solar Cooking Stove : IOC इस कुकिंग स्टोव की कीमत 18,000 रुपये से 30,000 रुपये के आसपास आ रही है. बाद में जब 2-3 लाख चूल्हे बनाए और बेचे जाएंगे, सरकारी मदद भी मिलेगी तो इसकी कीमत घटकर 10,000 रुपये से 12,000 रुपये तक आ सकती है.
Solar Cooking Stove : सरकार की तरफ से इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) ने एक खास तरह का सौर चूल्हा लॉन्च किया है. इस चूल्हे का नाम सूर्य नूतन (Surya Nutan) दिया गया है. यह चूल्हा पूरी तरह से सौर ऊर्जा पर चलेगा. इससे खाना पकाने के लिए किसी तरह के ईंधन की जरूरत नहीं होगी. न लकड़ी और न हीं गैस. यह चूल्हा सूर्य की किरणों से चार्ज होगा और खाना पकाएगा. चूल्हे की सबसे खास बात ये है कि इसे किचन में रखा जा सकेगा. यह सोलर कूकर से बिल्कुल अलग है जिसे खाना पकाने के लिए धूप में रखना होता है. सूर्य नूतन को खरीदने के लिए एक बार पैसा खर्च करना है और बाद में किसी तरह का मेंटीनेंज चार्ज नहीं लगेगा. इस चूल्हे से बचत के साथ-साथ प्रदूषण की समस्या से भी निजात मिलेगी.
सूर्य नूतन चूल्हा रिचार्जेबल और घर के अंदर इस्तेमाल किया जाने वाला कुकिंग स्टोव है. इस चूल्हे को जैविक ईंधन का सबसे अच्छा विकल्प बताया जा रहा है. ऑयल मिनिस्टर हरदीप सिंह पुरी के दिल्ली स्थित आवास पर इस चूल्हे को लॉन्च किया गया. इसी स्टोव पर तीन टाइम का खाना पकाया गया और परोसा गया. इस मौके पर मौजूद आईओसी के निदेशक (आरएंडडी) एसएसवी रामाकुमार ने कहा कि सूर्य नूतन सोलर कूकर से बिल्कुल अलग है क्योंकि इसे सूर्य की रोशनी या धूप में रखने की जरूरत नहीं होती. सूर्य नूतन चूल्हे को फरीदाबाद स्थित आईओसी के रिचर्स और डेवलपमेंट डिवीजन में तैयार किया गया है.
सौर चूल्हे की खासियत :
यह चूल्हा हमेशा किचन में रखा रहता है और इसे धूप में निकालने की जरूत नहीं होती. सूर्य नूतन से एक केबल लगी होती है जो छत पर लगी सोलर प्लेट से जुड़ी होती है. सोलर प्लेट से पैदा होने वाली ऊर्जा केबल के जरिये चूल्हे तक आती है. इसी ऊर्जा से ताप पैदा होता है जिससे खाना पकता है. सोलर प्लेट सूर्य की किरणों को सोंख कर ऊर्जा में तब्दील करती है. यह ऊर्जा ताप में बदलती है और ताप चूल्हे के हीटिंग एलिमेंट को गरम करता है. इससे पहले सौर ऊर्जा से पैदा हुई एनर्जी को थर्मल बैटरी में स्टोर किया जाता है. यही ऊर्जा बाद में किचन में रखे चूल्हे पर खाना बनाने में मदद करती है. दिन में ली गई सौर ऊर्जा से दिन में तो खाना बनता ही है, थर्मल बैटरी में स्टोर ऊर्जा से रात में भी खाना बनाया जा सकता है. चार लोगों के परिवार के लिए इस चूल्हे पर आराम से तीनों टाइम का खाना बनाया जा सकता है.
.@IndianOilcl & @PetroleumMin develops an indigenous Solar cook top “Surya Nutan” in pursuance to PM @narendramodi‘s vision to develop a viable solar solution to power kitchens
It was demonstrated in the presence of union minister @HardeepSPuri today
🔗https://t.co/KTJT2qsVNh pic.twitter.com/0vAtNZb1jU
— PIB India (@PIB_India) June 22, 2022
चूल्हे की कीमत क्या होगी :
सूर्य नूतन चूल्हे का अभी प्रोटोटाइप (जांच-परख के लिए) लॉन्च किया गया है जिसे देश के 60 स्थानों पर आजमाया गया है. इन स्थानों में लद्दाख भी एक है जहां सौर ऊर्जा की तीव्रता सबसे अधिक होती है. चूल्हे का एक टेस्ट पूरा कर लिया गया है. अगली बारी इसकी कमर्शियल लॉन्चिंग की है. इस कुकिंग स्टोव की कीमत 18,000 रुपये से 30,000 रुपये के आसपास पड़ रही है. बाद में जब 2-3 लाख चूल्हे बनाए और बेचे जाएंगे, सरकारी मदद भी मिलेगी तो इसकी कीमत घटकर 10,000 रुपये से 12,000 रुपये तक आ सकती है.
इस स्टोव की 10 साल की लाइफ है जिसमें कोई मेंटीनेंस आदि का खर्च नहीं है. चूल्हे में ऐसी कोई बैटरी नहीं लगी जिसे रिप्लेस करने की जरूरत होगी. इससे लगे सोलर पैनल की लाइफ भी 25,000 रुपये है. सूर्य नूतन चूल्हा कुकिंग, बॉयलिंग, स्टीमिंग और फ्राइंग के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं. इस पर रोटी भी बनाई जा सकेगी. 2-3 महीने के अंदर यह सोलर चूल्हा बिक्री के लिए बाजार में आ जाएगा.