Post Office Scheme: अगर आप भी अपने जीवन में पैसे की बचत कर उसे एक अच्छी जगह निवेश करने की योजना बना रहे हैं। तो आप पोस्ट ऑफिस की तीन नई निवेश योजनाओं में अपना पैसा निवेश कर इस पर मोटे ब्याज की कमाई कर सकते हैं। पोस्ट ऑफिस द्वारा जारी 3 स्कीम: वरिष्ठ नागरिक बचत योजना, पीपीएफ योजना एवं सुकन्या समृद्धि योजना के माध्यम से आप 7% से अधिक ब्याज आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। इसके साथ ही आपका पैसा भी पूर्ण रूप से सुरक्षित रहता है।
इससे आप अपने बचाए हुए पैसे पर ज्यादा ब्याज हासिल कर पाएंगे, जो अतिरिक्त धन के रूप में आपके काम आएगा। ऐसे में चलिए, पोस्ट ऑफिस की तीन ऐसी बचत योजनाओं के बारे में आपको बताते हैं, जिनमें आपको 7 फीसदी से ज्यादा की ब्याज दर मिलेगा।
योजना का नाम- वरिष्ठ नागरिक बचत योजना: Post Office Scheme
ब्याज दर- 7.4 फीसदी (ब्याज तिमाही मिलेगा)
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना 60 वर्ष से ज्यादा उम्र के लोगों के लिए है। हालांकि, सेवानिवृत्त सिविल कर्मचारियों के लिए कुछ शर्तों के साथ उम्र की यह न्यूनतम सीमा 55 साल हो जाती है। ऐसे ही सेवानिवृत्त रक्षा कर्मचारी के कुछ शर्तों के साथ यह 50 साल हो जाती है। वरिष्ठ नागरिक बचत योजना के तहत अधिकतम जमा सीमा 15 लाख रुपये है और इसका ब्याज तिमाही आधार दिया जाता है।
योजना का नाम- पीपीएफ: Post Office Scheme
ब्याज दर- 7.1 फीसदी (ब्याज वार्षिक मिलेगा)
कोई भी वह भारतीय नागरिक, जो बालिग है, वह पीपीएफ खाता खोलने के योग्य है। इसके अलावा नाबालिग/मांसिक रूप से बीमार व्यक्ति की तरफ से उसके अभिभावक द्वारा पीपीएफ खाता खोला जा सकता है। देश के किसी भी डाकघर या किसी भी बैंक में सिर्फ एक ही खाता खोलने की अनुमति होती है। इसमें एक वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 500 रुपये और अधिकत्तम 1,50,000 रुपये जमा किए जा सकते हैं। अगर किसी वित्तीय वर्ष में न्यूनतम 500 रुपये जमा नहीं किए जाते हैं, तो खाता बंद हो जाएगा।
योजना का नाम- सुकन्या समृद्धि योजना: Post Office Scheme
ब्याज दर- 7.6 फीसदी (ब्याज वार्षिक मिलेगा)
सुकन्या समृद्धि योजना बच्चियों के लिए है। 10 साल से कम उम्र की बच्ची के नाम पर उसके अभिभावक खाता खोल सकते हैं। यह किसी भी डाकघर या बैंक में खोला जा सकता है लेकिन एक बच्ची के नाम पर सिर्फ एक ही खाता खोला जा सकता है। वहीं, एक परिवार में अधिकतम दो लड़कियों के लिए सुकन्या समृद्धि खाता खोला जा सकता है। हालांकि, जुड़वां/तीन बच्चियों के जन्म के मामले में दो से ज्यादा खाते हो सकते हैं। खाते में न्यूनतम 250 रुपये (वित्तीय वर्ष) है और अधिकतम 1,50,000 रुपये (वित्तीय वर्ष) जमा किए जा सकते हैं।