Bihar Solar Light Yojana: बिहार के गांवों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने की तैयारी अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। पंचायती राज विभाग और बिहार रिन्युअल एनर्जी डेवलपमेंट (Bihar Renewable Energy Development Agency) संयुक्त रूप से इसे अंजाम देने में जुटे हैं। इसी के तहत निर्णय लिया गया है कि हर जिले में तकनीकी प्रबंधन कोषांग का गठन शीघ्र किया जाएगा, जो इस योजना की नियमित रूप से मॉनिटरिंग करेगा।
ऊर्जा विभाग के कार्यपालक अभियंता के नेतृत्व में कोषांग काम करेगा। सोलर स्ट्रीट लाइट योजना से संबंधित कोई जनकारी देने के लिए राज्य स्तर पर शिकायत निवारण केंद्र भी बनेंगे। इसके लिए टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा। जिस बिजली के पोल में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाई जाएगी, उस पर टोल फ्री नंबर भी लिखा रहेगा। इसके लिए पोल में एक छोटा बोर्ड लगेगा, जिसमें टोल फ्री नंबर के साथ-साथ लाइट का कोड नंबर भी लिखा होगा।
कोई भी शिकायककर्ता टोल फ्री नंबर पर फोन कर उसका कोड नंबर बताएगा तो मुख्यालय को जानकारी हो जाएगी कि किस पंचायत की किस लाइट के लिए शिकायत की गई है। योजना के तहत पंचायती राज के सभी तकनीकी सहायकों को प्रशिक्षण भी 13 मई से शुरू कर दिया जाएगा, जो दस दिनों तक चलेगा। इसके लिए 200 मास्टर ट्रेनर पहले ही तैयार कर लिये गये हैं।
दो ग्राम पंचायतों में पहले स्ट्रीट लाइट लगाने का परीक्षण होगा: Bihar Solar Light Yojana
राज्य की दो ग्राम पंचायतों में पहले सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने का परीक्षण होगा। इसमें देखा जाएगा कि लाइट की गुणवत्ता कैसी है। कहीं कोई कमी तो नहीं रह गई है। इसके बाद तुरंत राज्य की सभी ग्राम पंचायतों में सोलर स्ट्रीट लाइट लगाने का कार्यादेश निकलेगा। उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार की एक-एक ग्राम पंचायत में परीक्षण शीघ्र होगा। मालूम हो कि इस योजना के तहत राज्य के हर ग्रामीण वार्ड में दस-दस सोलर स्ट्रीट लाइटें लगनी हैं।