Rail Budget 2023 : मुजफ्फरपुर-सुगौली रेल लाइन के दोहरीकरण के लिए 400 करोड़ का प्रावधान किया गया है. बरबीघा से शेखपुरा रेल रूट परियोजना को 300 करोड़ की राशि आवंटित की गई है. इस रूट पर ट्रेनों की गति में बढ़ोतरी होगी.
Rail Budget 2023 : रेल बजट में बिहार के पुरानी और महत्वपूर्ण परियोजनाओं को काफी धनराशि दी गई है। कई योजनाओं को गति देने के लिए कुछ धनराशि देकर खानापूरी की गई है। मोकामा में राजेन्द्र पुल के समानान्तर रेल पुल व रूट के निर्माण के लिए 500 करोड़ की राशि दी गई है। इस रूट के बनने का काम अब तेजी से हो सकेगा। इससे मोकामा के आसपास ट्रेनों की गति बढ़ेगी। वहीं, मुजफ्फरपुर-सुगौली रेल लाइन के दोहरीकरण के लिए 400 करोड़ का प्रावधान किया गया है। पुरानी योजनाओं में फतुहा-इस्लामपुर रेल रूट से जुड़े नेउरा दनियावां, दनियावां-बिहारशरीफ,बिहारशरीफ-बरबीघा, बरबीघा से शेखपुरा रेल रूट परियोजना को 300 करोड़ की राशि आवंटित की गई है। यह वर्षों से लंबित परियोजना है और राशि के अभाव में इस योजना का काम कई महीने बाधित रहा था। किउल-गया दोहरीकरण परियोजना को इस बार बजट में 200 करोड़ रुपये मिले हैं। इस परियोजना के पूरा होने से इस रूट पर ट्रेनों की गति में बढ़ोतरी होगी।
इसके अलावे पुरानी योजनाओं में कोडरमा-तिलैया रेल रूट को 275 करोड़, हाजीपुर-सुगौली वाया वैशाली रेल रूट को 250 करोड़, अररिया-सुपौल रेल रूट को 235 करोड़, पीरपैती-जसीडीह रेल रूट को 151.5 करोड़, सकरी-हसनपुर रेल रूट को 75 करोड़, खगड़िया-कुशेश्वर स्थान रेल रूट को 65 करोड़, गया बोधगया-चतरा, गया-नटेसर रेल रूट को 22 करोड़, गया-डाल्टेनगंज वाया रफीगंज रेल रूट को 20 करोड़ रुपये मिले हैं।
गेज कनवर्जन के लिए बजट में तीन योजनाओं को राशि मिली है। इसमें जयनगर- दरभंगा -नरकटियागंज और नरकटियागंज – भिखनाटोरी रूट पर 125 करोड़ की राशि खर्च होगी। सकरी -लौकहा बाजार -निर्मली एवं सहरसा-फारबिसगंज रूट के लिए 105 करोड़ की राशि मिली है। मानसी -सहरसा (सहरसा -दौरम मधेपुरा- पूर्णिया) पर गेज कनवर्जन में आठ करोड़ की राशि मिली है।
जोगबनी से भारत नगर (नेपाल) को कोई राशि आवंटित नहीं भारत और नेपाल के बीच नई लाइन जोगबनी से भारत नगर (नेपाल) को कोई राशि आवंटित नहीं हुई है। इससे भारत-नेपाल के बीच शुरू होने वाली ट्रेन यात्रा की उम्मीद पालने वाले बिहार के रेल यात्रियों को निराशा हाथ लगी है। बिहटा-औरंगाबाद रेललाइन परियोजना को इस बार बजट में 20 करोड़ रुपये मिले हैं। वर्ष 2007 में इस परियोजना का शिलान्यास हुआ था।
तब से 16 साल बीत गए, लेकिन अबतक काम भी शुरू नहीं हो सका है। इस परियोजना के धरातल पर उतरने से पटना जिले के बड़े हिस्से के साथ अरवल और औरंगाबाद जिले की बड़ी आबादी और जिला मुख्यालय भी रेलसेवा से जुड़ जाएगा लेकिन रेलवे की ओर से इसकी लगातार अनदेखी हो रही है। वजीरगंज से नटेसर रेल लाइन को मात्र एक हजार रुपये मिले हैं। इस परियोजना में 20 किमी के रेल रूट पर काम होना है।
पिछले बजट में इन्हें कम मिली थी धनराशि पिछले बजट में कई प्रमुख परियोजनाएं उपेक्षित रहीं थीं। इन योजनाओं को मात्र एक एक हजार की राशि आवंटित की गई थी। इन योजनाओं को पूरा करने के लिए काफी धनराशि की दरकार है। बिहटा-औरंगाबाद रेललाइन, हाजीपुर-वैशाली-सुगौली, छपरा-मुजफ्फरपुर, मुजफ्फरपुर-दरभंगा, मोतिहारी-सीतामढ़ी, सीतामढ़ी-जयनगर-निर्मली, मुजफ्फरपुर-कटरा-औराई-जनकपुर रोड, आरा-सासाराम, मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी, खगड़िया-कुशेश्वरस्थान, राजगीर-हिसुआ-तिलैया, दरभंगा-कुशेश्वरस्थान, अररिया-सुपौल, डेहरी ऑन सोन-बंजारी, गया-डाल्टेनगंज, गया-बोधगया-चतरा, नवादा-लक्ष्मीपुर, कुरसेला-बिहारीगंज, मुजफ्फरपुर-दरभंगा, बिक्रमशिला-कटरेछ, वजीरगंज-नटेसर, पारसनाथ-मधुबन-गिरिडीह, धनबाद-चंद्रपुरा और झाझा-बटिया नई रेललाइन के लिए पिछले बजट में महज 1-1 हजार रुपए का प्रावधान किया गया था।
अमृत भारत स्टेशन योजना के लिए चयनित स्टेशन :
अनुग्रह नारायण रोड, आरा, बख्तियारपुर, बांका, बनमनखी, बापूधाम मोतिहारी, बरौनी, बाढ़, बारसोई जं, बेगूसराय, बेतिया, भभुआ रोड, भागलपुर, भगवानपुर, बिहारशरीफ, बिहिया, बिक्रमगंज, बक्सर, चौसा, छपरा, दलसिंहसराय, दरभंगा, दौराम मधेपुरा, डेहरी-ऑन-सोने, ढोली, दिघवारा, डुमरांव, दुर्गाउटी, फतुहा, गया, घोरासाहन, गुरारू, हाजीपुर जं, जमालपुर, जमुई, जनकपुर रोड, जयनगर, जहानाबाद, कहलगांव, कारागोला रोड, खगड़िया जं, किशनगंज, कुदरा, कुमेदपुर, लभा, लहेरिया सराय, लखमिनीया, लखीसराय, मधुबनी, महेश खूंट, मैरवा, मानसी जं, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नबीनगर सड़क, नरकटियागंज, नौगछिया, पहाड़पुर, पिरो, पीरपैंती, रफीगंज, रघुनाथपुर, राजेंद्र नगर, राजगीर, रामदयालू नगर, रक्सौल, सबौर, सहरसा, साहेबपुर कमाल, सकरी, सलौना, सलमारी, समस्तीपुर, सासाराम, शाहपुर पटोरी, शिवनारायणपुर, सिमरी बख्तियारपुर, सिमुलतला, सीतामढ़ी, सीवान, सोनपुर जंक्शन, सुगौली, सुल्तानगंज, सुपौल, तरेगंना, ठाकुरगंज और थावे। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को रेल भवन नई दिल्ली में प्रेस वार्ता कर बिहार सहित विभिन्न राज्यों में रेलवे के विकास मद में खर्च होने वाली बजटीय राशि की जानकारी दी।
दोहरीकरण परियोजनाओं को मिली राशि :
परियोजना राशि मिली (करोड़ में) –
अतिरिक्त पुल रामपुर-डूमरा टाल-राजेन्द्र पुल स्टेशन 500
धनबाद-सोननगर तीसरी लाइन 450
मुजफ्फरपुर-सुगौली रेल लाइन 400
कियूल गया दोहरीकरण 20
गोरखपुर-वाल्मीकीनगर 151
छपरा-बलिया पैच दोहरीकरण 129
कटिहार-कुमेदपुर और कटिहार-मुकुरिया 115
समस्तीपुर-दरभंगा 75
दरभंगा-बाइपास लाइन 75
इन योजनाओं को मिली काफी कम राशि :
बिहटा-औरंगाबाद रेल लाइन 20 करोड़
राजगीर-हिसुआ तिलैया 20 करोड़
छपरा-मुजफ्फरपुर 20 करोड़
मुजफ्फरपुर-दरभंगा 20 करोड़
विक्रमशिला-कटोरिया 20 करोड़
कोसी पुल परियोजना 18 करोड़
रामपुर मंदार हिल वाया दुमका, रामपुर हाट मुरारी तीसरी लाइन 11.3 करोड़ :
महाराजगंज मशरक सात करोड़
इन परियोजनाओं को कम धन राशि
हाजीपुर-बछवाड़ा 30 करोड़
हाजीपुर-रामदयालु आठ करोड़
पीरपैती-भागलपुर 5.2 करोड़
बरौनी-बछवाड़ा तीसरी लाइन पांच करोड़ :
सोननगर-बाइपास लाइन दो करोड़
कटरा-कुरसेला दोहरीकरण एक करोड़
ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें. Bihartoday.net पर विस्तार से पढ़ें बिहार से जुड़े ताजा-तरीन खबरें.