मुखिया का चुनाव जितने के 10 आसान तरीके : आज हम यहाँ आपको बताने जा रहे हैं मुखिया का चुनाव जीतने के लिए 10 आसान तरीके, जिसे अपनाकर आप अपने पंचायत के युवा, बुजुर्ग एवं विधवा महिलाएं की समस्याओं को दूर करने का वादा कर उनकी वोट पाने का हकदार बन सकेंगे। यहाँ पढ़िए पूरी जानकारी –
बिहार में पंचायत चुनाव की सरगर्मी काफी तेज हो गई है। पंचायत चुनाव को लेकर राज्य में चर्चाएं अगस्त महीने से ही शुरू हो गई थी। लेकिन आखिरकार राज्य निर्वाचन आयोग ने सितंबर माह में पंचायत चुनाव की घोषणा कर दी है। पूरे बिहार में पंचायत चुनाव को लेकर सबसे ज्यादा दबिश मुखिया पद के लिए होती है।
हर एक पंचायत में दर्जनों उम्मीदवार मुखिया पद के लिए अपना दावा पेश करते हैं। लेकिन एक पंचायत के सर्वाधिक मत पाने वाले किसी एक व्यक्ति ही उस पंचायत के मुखिया बनते हैं। पंचायत के मुखिया को केंद्र सरकार, राज्य सरकार के साथ-साथ जिला प्रशासन द्वारा दी गई जिम्मेदारियों को निभाने के साथ साथ पंचायत की चौतरफा विकास एवं शासन – प्रशासन की व्यवस्था बनाए रखने की भी जिम्मेदारी होती है। मुखिया प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के बनाए योजनाओं को जमीनी हकीकत देने के के लिए सबसे अहम व्यक्ति होता है।
एक पंचायत के मुखिया को पंचायत में सर्वाधिक अधिकार दिया जाता है। जिनमें मुखिया की निम्न कई जिम्मेदारियां दी गई है :
1. ग्राम सभा और ग्राम पंचायत की बैठकें आयोजित करना और उनकी अध्यक्षता करना.
2. बैठकों का कार्यभार संभालना और उनमें अनुशासन कायम रखना.
3. एक कैलेण्डर वर्ष में ग्राम सभा की कम-से-कम चार बैठकें आयोजित करना.
4. पूँजी कोष पर विशेष नजर रखना.
5. ग्राम पंचायत के कार्यकारी प्रशासन की देख-रेख करना.
6. ग्राम पंचायत में कार्यरत कर्मचारियों की देख-रेख और दिशा नियंत्रण करना.
7. ग्राम पंचायत की कार्य योजनाओं / प्रस्तावों को लागू करना.
8. नियमानुसार रखी गई विभिन्न रजिस्टरों के रख-रखाव का इंतजाम करना.
9. ग्राम पंचायत द्वारा तय किए टैक्सों, चंदों और फीसों की वसूली का इंतजाम.
10. विभिन्न निर्माण कार्यों को कार्यान्वित करने का इंतजाम करना, और
11. राज्य सरकार के एक्ट अथवा किसी अन्य कानून के अनुसार सौंपी गई अन्य जिम्मेदारियों और कार्यों को पूरा करना.
मुखिया का चुनाव जितने के आसान तरीके : मुखिया का चुनाव जीतने के लिए सबसे पहले आप अपने पंचायत की वोटर लिस्ट निकालें एवं उसमें कितने युवा, बुजुर्ग एवं विधवा महिलाएं हैं उनकी अलग – अलग लिस्ट तैयार करें।
युवाओं के लिए शिक्षा एवं रोजगार की व्यवस्था : सबसे पहले युवाओं को उनसे जुड़ी रोजगार एवं अपने पंचायत में स्थित सभी स्कूलों में शिक्षा व्यवस्था में सुधार शिक्षकों की बहाली एवं कॉलेजों में सुधार करने की निवेदन कर सकते हैं। आप उन्हें विश्वास दिला सकते हैं कि जब आप ग्राम के मुखिया बनेंगे तो आप गांव के सभी स्कूलों एवं शिक्षण संस्थान की अवस्था में सुधार लाएंगे, जिससे युवाओं को पढ़ाई – लिखाई से संबंधित कोई भी परेशानी नहीं होगी।
युवाओं को खेल, कला एवं संस्कृति से जोड़ना : शिक्षा के बाद अब जिन युवाओं को खेल, कला एवं संस्कृति में रुचि है। उनके लिए आप उनके रुचि से जुड़ी साधनों एवं संस्थानों की व्यवस्था करने का वादा कर सकते हैं। जिससे युवाओं को खेल, कला एवं संस्कृति से संबंधित कोई भी परेशानी नहीं रहेगी.
गांव में सड़क की व्यवस्था : आप अपने पंचायत के सभी वार्ड एवं गांव की सड़क की व्यवस्था को दुरुस्त करने का वादा कर सकते हैं। सड़क की व्यवस्था दुरुस्त होने से ना सिर्फ गांव के लोगों को आने – जाने की समस्या दूर होगी। बल्कि वह लोग शहर के किसी शिक्षण संस्थान, अस्पताल या फिर अपनी व्यवसाय से जुड़ी काम करने में उन्हें काफी सुविधा महसूस होगी।
नली – गली योजना : सड़क के साथ-साथ आपको अपने पंचायत में सभी वार्डों के घरों को एक नाले से जोड़कर उस नाले को पूरे पंचायत से जोड़ते हुए गांव से बाहर किसी बड़ी नहर या फिर नदी में जोड़ने की योजना बता सकते हैं। जिसके कारण पूरे गांव में जलजमाव की समस्या तो दूर होगी साथ ही जल को सही तरीके से संरक्षित कर उसे दोबारा उपयोग किया जा सकेगा।
बिजली की समस्या : इसके साथ ही आप गांव में बिजली की समस्या को दूर करने के लिए जो भी समाधान हो उस पर चर्चा करेंगे। आप पूरे पंचायत के सभी गांव को सोलर सिस्टम या इमरजेंसी जनरेटर सेवा से जोड़ सकते हैं। जिससे शाम में अंधेरा होते ही पूरे गांव को जनरेटर लाइट से जोड़ दिया जाएगा। जिसके कारण बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक पढ़ने एवं घरेलू काम करने में सुविधा होगी। बिजली की समस्या दूर होने से न सिर्फ युवाओं को पढ़ने में सुविधा होगी,बल्कि गृहणी को रात्रि का भोजन बनाने एवं वृद्ध लोगों को भी काफी लाभ मिल पाएगा।
नल – जल योजना के तहत शुद्ध पेयजल : गांव में मुख्यमंत्री द्वारा जारी नल – जल योजना के तहत शुद्ध पेयजल मिले इसके लिए नल जल व्यवस्था में सुधार एवं पानी की गुणवत्ता सफाई में सुधार की बात कर सकते हैं। अगर किसी को उसका लाभ नहीं मिल रहा है या किसी भी व्यक्ति का नल टूटा हुआ है या कोई समस्या है तो आप उसके लिए भी सुधार की बात कर सकते हैं।
राशन योजना का लाभ : राशन कार्ड लोगो को राशन डीलर से राशन लेने के लिए एक अहम दस्तावेज है। जिससे गांव के गरीब बुजुर्ग एवं विधवा महिलाओं को सरकार द्वारा विशेष लाभ दिया जाता है। लेकिन अभी भी हर पंचायत के लगभग 20 से 30% लोग ऐसे हैं जो कि इसका लाभ लेने से वंचित हैं। अभी तक उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिला है। आप उन सभी लोगों की लिस्ट तैयार कर उन्हें यह विश्वास दिला सकते हैं कि जैसे ही आप पंचायत के मुखिया बनेंगे आप उन सभी लोगों का राशन कार्ड बनवाएंगे, जो राशन कार्ड के लिए योग्य हैं। जिससे उन्हें भोजन संबंधी समस्या से निजात मिलेगी।
बुजुर्गों को दिया जाने वाला पेंशन योजना का लाभ : सरकार द्वारा बुजुर्गों को दिया जाने वाला पेंशन भी हर पंचायत के सभी बुजुर्गों को दिया जाना है। लेकिन अभी भी बहुत सारे लोग सभी पंचायत से इस योजना का लाभ नहीं ले पा रहे हैं। आप उन सभी लोगों का लिस्ट तैयार कर जिन्हें वृद्धा पेंशन नहीं मिल रहा है एवं वे इसके लिए योग्य हैं एवं आप सभी आप सब उन सभी बुजुर्गों को वादा कर सकते हैं कि जैसे ही आप मुखिया बनेंगे उन सभी लोगों को जल्द से जल्द वृद्धा एवं विधवा पेंशन की शुरुआत दिलाने में मदद करेंगे।
शौचालय योजना का लाभ : जिन लोगों को शौचालय योजना का लाभ नहीं मिला है। उन्हें आप उन सभी लोगों की लिस्ट तैयार कर आप उन्हें अपने मुखिया बनते ही शौचालय योजना का लाभ दिलाने का वादा कर सकते हैं।
प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ : जिन लोगों को आपके पंचायत में प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं मिला है एवं जो लोग इसके लिए योग्य हैं। आप उनकी एक लिस्ट तैयार कर उन सभी लोगों को इस योजना का लाभ दिलाने का वादा कर सकते हैं।
गांव में रोजगार के नए साधन : इसके साथ ही आप गांव में रोजगार के नए साधन जैसे घरेलू उद्योग, पशुपालन एवं छोटे – छोटे व्यापार शुरू करने में लोगों की मदद करने को लेकर आप सभी बेरोजगार लोगों को वादा दिला सकते हैं कि जैसे ही आप मुखिया बनेंगे आप सभी लोगों को रोजगार में अहम योगदान देंगे।
बता दे कि पंचायत चुनाव जीतने के लिए हमेशा शिक्षित उम्मीदवार की जरूरत नहीं होती है। क्योंकि यह जरूरी नहीं है कि शिक्षित उम्मीदवार ही पंचायत का विकास कर पाएगा। पंचायत का विकास करने के लिए एक ढृढ़ संकल्प, निश्चय वादी एवं सभी को साथ लेकर चलने वाला व्यक्ति होना जरूरी है। जो पूरे पंचायत की हर एक समस्या के समाधान के लिए हर रोज एक नया प्रयत्न करें।
आज हमारे देश में ऐसे मुखिया की जरूरत है जो पंचायत स्तर से अपने गांव का विकास करें। ताकि धीरे-धीरे हर एक गांव की विकास होते-होते एक प्रखंड का विकास हो और प्रखंड की विकास होने के बाद अनुमंडल का विकास हो, अनुमंडल के विकास के बाद जिले का और इससे ही राज्य का विकास हो पाएगा।
इसलिए अगर आप एक मुखिया पद की उम्मीदवार हैं। अगर आप शिक्षित हैं तो अच्छी बात है और अगर आप अशिक्षित हैं। तो इसमें कोई बुराई नहीं है क्योंकि आप के शिक्षित होने से पंचायत चुनाव में कोई खास फर्क नहीं पड़ने वाला है। क्योंकि आपको अपने पंचायत की समस्याओं को दूर करने के लिए अपने स्तर पर कोशिश हो एवं सरकार द्वारा आने वाले योजनाओं को अपने पंचायत के जमीनी स्तर पर उसे सफल करके दिखाना है।
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लेकिन ध्यान यह है कि पंचायत चुनाव जीतने के बाद आपको इन सभी वादों को पूरा करने के लिए पहले दिन से आखरी दिन तक हर दिन भरपुर मेहनत करना होगा। ताकि ना सिर्फ आपके पंचायत का विकास हो बल्कि यह पूरे देश के विकास में एक अहम योगदान पेश करें। एक बार मुखिया बनने के बाद अगर आप इस तरह का प्रयास करेंगे तो अगले चुनाव में आपके मुखिया का पद जीतने के लिए रास्ता अपने आप साफ हो जाएगा। लेकिन अगर आप इन सभी वादों पर खरा नहीं उतरते हैं तो शायद ही आप फिर दोबारा कभी चुनाव जीत पाएंगे। ध्यान रहे कि भारत की जनता किसी भी आम आदमी को महान बनाने के बाद उसे जड़ से उखाड़ भी फेकती रही हैं.
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