CM Nitish Kumar : बिहार के सीएम नीतीश कुमार विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार हो सकते हैं, इसको लेकर वे यूपी चुनाव के बाद बीजेपी यानी एनडीए से अलग होने का विचार कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक वह इस पर जल्द फैसला ले सकते हैं.
CM Nitish Kumar : बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के विपक्ष की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चाओं के बीच बड़ी खबर आई है. सूत्रों के मुताबिक, यूपी चुनाव (UP Election) के बाद नीतीश कुमार (Nitish Kumar) बीजेपी (BJP) गठबंधन यानी एनडीए (NDA) से अलग होने का विचार कर रहे हैं. वह इस पर जल्द फैसला ले सकते हैं. चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) की तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR)और नीतीश कुमार से पिछले दिनों मुलाक़ात हुई है. साथ ही एनसीपी (NCP) चीफ शरद शरद (Sharad Pawar) पवार सभी घटना क्रम पर नज़र बनाए हुए हैं.
नीतीश के नाम को लेकर जो हलचल चल रही है, उससे जुड़े सवाल भी उठ रहे हैं :
● क्या एनडीए की एकता में विपक्ष ने सेंध लगा दी है?
● क्या राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की मुहिम कामयाब होगी?
● 10 मार्च को चुनाव नतीजे किसका भविष्य तय करेंगे?
नीतीश के नाम की चर्चा क्यों?
नीतीश कुमार को राष्ट्रपति बनाने की बात की शुरुआत तब हुई जब इसी महीने केसीआर और प्रशांत किशोर की मुलाक़ात हुई. तेलंगाना के चुनाव में पीके की टीम इस बार केसीआर की पार्टी टीआरएस के लिए काम करेगी. दो दिनों तक दोनों के बीच चली बैठक में नीतीश को राष्ट्रपति का चुनाव लड़ाने पर लंबी चर्चा हुई. इसके बाद नीतीश और प्रशांत किशोर पटना में डिनर पर मिले. वहीं केसीआर मुंबई में शरद पवार और सीएम उद्धव ठाकरे से मिले. इससे पहले आरजेडी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी केसीआर से मुलाकात की थी.
बड़ी बात यह है कि बिहार में नीतीश की पार्टी जेडीयू और बीजेपी के गठबंधन वाली सरकार है. पर जातिगत जनगणना को लेकर जेडीयू और बीजेपी में तनातनी जारी है. आरजेडी इस मुद्दे पर नीतीश के साथ है. विपक्ष की रणनीति ये है कि बीजेपी के खिलाफ ऐसा मज़बूत उम्मीदवार दिया जाए कि कांग्रेस भी उसी के समर्थन देने को मजबूर हो जाए.