Bihar By-Election 2021 : दरभंगा में पप्पू यादव चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के मंच पर नजर आए. यहां वो उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी अतिरेक कुमार के लिए प्रचार करने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस उनके नस-नस में है.
बिहार की दो विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव ( Bihar By-Election 2021) में सियासी घमासान जारी है. सभी दलों की ओर से जीत के दावे किए जा रहे हैं और स्टार प्रचारकों को मैदान में उतार दिया गया है. वहीं, बिहार कांग्रेस को भी जाप अध्यक्ष राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव (Pappu Yadav) से काफी उम्मीदें है. हालांकि, सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने पप्पू यादव को किसी तरह की तरजीह नहीं दी. लेकिन पप्पू यादव अपनी पत्नी रंजीत रंजन के साथ कुशेश्वरस्थान (Kusheshwar Sthan) में आयोजित कांग्रेस की चुनावी रैली में पहुंच गए और मतदाताओं से कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में वोट करने की अपील की.
कांग्रेस के मंच पर जगह मिलने पर गदगद पप्पू यादव ने यहां तक कह डाला कि उनके नस-नस में कांग्रेस है. पप्पू यादव यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि उनके खून में कांग्रेस है. आने वाले विधानसभा चुनाव ( Bihar By-Election 2021) में कांग्रेस अपने दम पर सरकार बनायेगी और बिहार का समुचित विकास करेगी. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी अतिरेक कुमार के लिए वोट मांगते हुए नीतीश सरकार पर जमकर प्रहार किया.
“नीतीश कुमार एम्स और बाढ़ की बात करते हैं. लेकिन उनके पिछले 15 सालों में इसका समाधान नहीं हो सका. आजादी के बाद से मिथिला, कोशी और सीमांचल के लोगों की जिंदगी को बाढ़ ने तबाह कर दिया है. लेकिन इसका आज तक कोई समाधान नहीं हुआ. मैं चाहूंगा कि इस चुनाव से मिथिला के लोग इतिहास को जिंदा रखने के लिए कांग्रेस के हाथ को मजबूत करें और अपना बहुमूल्य ( Bihar By-Election 2021) मत देकर कांग्रेस प्रत्याशी को विजयी बनाएं.” – पप्पू यादव, पूर्व सांसद
वहीं, जम्मू कश्मीर में हाल में हुए आतंकी हमले में मारे गए बिहार के प्रवासी मजदूरों पर बोलते हुए पप्पू यादव ने कहा कि कश्मीर में मजदूर मारे गए, एक रुपया किसी ने नहीं दिया. पप्पू यादव ने उनके घर जाकर पचास-पचास हजार रुपया देकर उन पीड़ित परिवार को मदद करने का काम किया.
इस दौरान पप्पू यादव ने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि, ”क्यों नहीं यहां की सरकार ने उन पीड़ित परिवारों की मदद की, जब दशरथ मांझी की मौत हुई तो मैंने मदद के रूप में उनके घर गया जाकर दो लाख रुपये की आर्थिक मदद की. साथ ही आज भी उनके परिवार को 8 हजार रुपया 10 साल से भेज रहा हूं. तो मदद किसकी होनी चाहिए. कांग्रेस की या फिर किसी अन्य पार्टी की.”