Video of newborn deal viral in Bihar : यह वीडियो बेतिया के नीतू सर्जिकल केयर का है. वीडियो में दिख रहा शख्स वहां का डॉक्टर प्रमोद कुमार है. डॉक्टर कहता है कि इसके लिए वह 4 लाख रुपए मांग रहा है. कम नहीं कर रहा है. वीडियो सामने आने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम एक्टिव हो गई.
Bihar News : अब बिहार में हथियारों के बाद नवजातों को भी बेचा जाने लगा है। वह भी अस्पताल से जन्म के तुरंत बाद। बेतिया से ऐसा ही वीडियो सामने आया है। इसमें एक डॉक्टर बच्चे की पूरी डिटेल बताता है।
वीडियो बनाने वाला शख्स डॉक्टर से पूछता है कि बच्चा हिंदू है या मुस्लिम। इस पर डॉक्टर कहता है कि हिंदू है। डॉक्टर अपने मोबाइल से फोटो निकालकर उसे दिखाता है।
यह वीडियो बेतिया के नीतू सर्जिकल केयर का है। वीडियो में दिख रहा शख्स वहां का डॉक्टर प्रमोद कुमार है। डॉक्टर कहता है कि इसके लिए वह 4 लाख रुपए मांग रहा है। कम नहीं कर रहा है। वीडियो सामने आने के बाद जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम एक्टिव हो गई।
सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र कुमार चौधरी ने आरोपी डॉक्टर प्रमोद कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। नितू सर्जिकेयर के नाम से चल रहे क्लिनिक का लाइसेंस रद्द करने और उसे सील करने का आदेश दिया है।
क्या है वीडियो में :
यह पूरा वीडियो बेतिया शहर के अस्पताल रोड स्थित इंद्रा चौक पर नीतू सर्जिकल केयर का है। डॉक्टर वीडियो बनाने वाले शख्स को बच्चे की पूरी डिटेल जानकारी देता है। वीडियो में डॉक्टर ने तीसरे व्यक्ति की ओर इशारा करते हुए कहता है कि वह तो पैसा कम ही नहीं कर रहा है।
इसके बाद डॉक्टर ने सामने बैठा शख्स अधीर होकर बोलता है कि लड़का ठीक तो है ना, जिसके बाद डॉक्टर तुरंत ही मोबाइल निकालकर नवजात शिशु की तस्वीर दिखाता है।
वीडियो में डॉक्टर और शख्स के बीच बातचीत के अंश :
डॉक्टर– जो मिला है, उसका डिमांड बहुत ज्यादा है। इसलिए बात बन नहीं रही है। 2.5 किलो का बच्चा है।
शख्स– बच्चा नॉर्मल है?
डॉक्टर– हां भाई नॉर्मल बच्चा है, रात में निकाला गया है।
शख्स– हिंदू है या मुस्लिम ?
डॉक्टर– हां भाई, हिंदू है।
शख्स– लड़का है?
डॉक्टर– हां, आपको लड़की थोड़े दिलवा देंगे। आप देख रहे है बच्चा कितना स्वस्थ है। आंख, पैर सब ठीक हैं। बात वही है कि वह पैसा कम ही नहीं कर रहा।
सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र कुमार चौधरी के आदेश पर सोमवार को तीन सदस्यीय जांच टीम गठित की गई। टीम के सदस्य बेतिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मनु प्रियदर्शी ने बताया कि संबंधित अस्पताल में जांच के लिए टीम गई तो वहां कुछ भी नहीं मिला। अस्पताल में ताला लगा था, सभी फरार हैं।
अस्पताल के वैध और अवैध होने के संबंध में सिविल सर्जन कार्यालय में रजिस्टर्ड अस्पतालों की सूची मांगी गई है। उसके बाद हीं कुछ कहा जा सकता है। इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट सीनियर अफसरों सौंपी जाएगी।