आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने केंद्र सरकार से जातीय जनगणना कराने की मांग की है. साथ ही कहा कि पेगासस जासूसी मामले की निष्पक्ष जांच जरूरी है, ताकि सच्चाई सामने आ सके.
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (RJD Chief Lalu Prasad Yadav) ने एक बार फिर केंद्र सरकार से जातीय जनगणना (Caste Census) कराने की मांग की है. ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने जातीय जनगणना और पेगासस जासूसी विवाद (Pegasus Spy Case) पर बयान दिया. उन्होंने कहा कि पेगासस मामले का जो भी सच है, उसका खुलासा होना चाहिए. लालू ने कहा कि बहुत बड़ी गड़बड़ी हुई है.
आरजेडी अध्यक्ष ने कहा कि जाति आधारित जनगणना जरूर होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि ये मांग हम लोग लंबे समय से कर रहे हैं. लिहाजा जातीय जनगणना कर इसको जल्द से जल्द प्रकाशित किया जाना चाहिए. यह पता चलना चाहिए कि किस जाति की कितनी संख्या है.
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“सरकार जातीय जनगणना को जल्दी प्रकाशित करे.साथ ही पेगासस जासूसी मामला की भी जांच हो जानी चाहिए. सच सामने आना जरूरी है”- लालू यादव, अध्यक्ष, आरजेडी.
कृषि कानून के मुद्दे पर लालू ने कहा कि संसद में विपक्ष लगातार केंद्र सरकार को घेर रहा है. किसान संगठन भी सरकार को घेर रहे हैं. लिहाजा सरकार को कृषि कानून को निरस्त करना चाहिए. यह कानून किसानों के हित के लिए नहीं है.
लालू यादव ने कहा कि मेरी तबीयत पहले से ठीक हो रही है. पूरी तरह से जल्द ठीक हो जाऊंगा. उसके बाद मैं पटना जाऊंगा. उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों को एकजुट करने में लगा हुआ हूं. शरद यादव से मिला, मुलायम सिंह यादव से मिला था, शरद पावर से भी मिला. सभी विपक्षी दल केंद्र सरकार के खिलाफ में एकजुट होंगे.
हाल के दिनों में जाति आधारित जनगणना की मांग तेज हो रही है. एनडीए में शामिल जेडीयू ने भी इसकी मांग की है. लालू भी इसकी मांग कर रहे हैं. हालांकि कि केंद्र सरकार इसके लिए तैयार नहीं है. केंद्र सरकार का कहना है कि 2021 के जनगणना में अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजातियों की ही गनना होगी. वहीं पेगासस जासूसी विवाद पर भी विपक्ष एकजुट है.
आपको दें कि चारा घोटाला मामले में जमानत मिलने के बाद से लालू यादव दिल्ली में अपनी बड़ी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती के आवास पर रह रहे हैं. लालू भी अभी पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हुए हैं. दिल्ली में रहकर डॉक्टरों से जांच करा रहे हैं और स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. मोदी सरकार के खिलाफ में मजबूत विकल्प बनाने की कोशिश में भी जुट गए हैं.