Studying in the shadow of AK 47 : पटना के एक निजी कॉलेज में मनचलों द्वारा छात्राओं के साथ छेड़खानी (Bihar Crime ) के मामलों को देखते हुए चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था कर दी गई है. AK 47 और 56 की निगरानी में यहां छात्राएं पढ़ने को मजबूर हैं. पुलिस इस कॉलेज में तैनात होकर हालात पर नजर बनाए हुए है. जानें क्या है पूरा मामला..
Bihar Crime News : बिहार के राजधानी पटना के एक निजी कॉलेज में AK 47 और AK 56 की निगरानी में छात्राओं को पढ़ाया जा रहा है. दरअसल मनेर थाना क्षेत्र स्थित इस कॉलेज में लोकल युवकों के भय से 80% छात्राएं कॉलेज आना बंद कर चुकी हैं. वहीं जो आ भी रही हैं, वह भी डर – डर कर कॉलेज पहुंच रही हैं. इसके पीछे का कारण छात्राओं के साथ छेड़खानी बताया गया है. पिछले 31 जनवरी को बदमाशों ने कॉलेज परिसर में घुसकर कर्मियों के साथ मारपीट की थी. इस दौरान मनचलों ने छात्राओं और शिक्षिकाओं के साथ भी मारपीट और छेड़खानी की.
AK 47 की निगरानी में पढ़ाई:
पूरी घटना मनेर थानाक्षेत्र के छितनावां की है, अंबेडकर नाम की निजी पारा मेडिकल कॉलेज में पिछले 30 जनवरी से लगातार बदमाशों द्वारा यहां की छात्राओं के साथ छेड़खानी और गलत हरकत के मामले सामने आए हैं. इतना ही नहीं स्कूल प्रशासन जब केस करता है तो बदमाशों द्वारा कॉलेज में हमला कर दिया जाता है, फायरिंग की जाती है. छात्राओं के साथ अभद्रता भी जाता है. यही वजह है कि कॉलेज प्रशासन ने मनेर थाने में इसकी लिखित शिकायत दी है और इसी शिकायत के बाद लगातार हो रही घटना को देखते हुए पटना पुलिस ने कॉलेज को सुरक्षा प्रदान किया है.
छेड़छाड़ की घटनाओं से दहशत:
AK 56 और इंसास के निगरानी में बच्चों की पढ़ाई करवाई जा रही है. बच्चों के आने के समय और जाने के समय पुलिस की निगरानी रहती है. पूरा दिन पुलिस बच्चों की हिफाजत में लगी रहती है. कॉलेज के बाहर और कॉलेज के अंदर पुलिस बल मौजूद है. अब किसी भी तरह के छेड़खानी करने वाले युवकों को पुलिस बख्शेगी नहीं. कॉलेज परिसर में हर समय पुलिस की मौजूदगी नजर आती है. पिछले दो दिनों से कैंपस की निगरानी पुलिस के जिम्मे है. कॉलेज के छूटने के बाद ही पुलिस यहां से हटती है. घटना को लेकर कॉलेज प्रशासन के तरफ से दानापुर एएसपी से लेकर डीजीपी तक गुहार लगा चुकी है, लेकिन अभी भी छात्राओं का मानना है कि उन्हें प्रॉपर सुरक्षा नहीं मिल पा रही है. छात्राओं का कहना है कि इसके कारण पढ़ाई बाधित हो रही है.
80 प्रतिशत छात्राओं ने बढ़ाई कॉलेज से दूरी:
इस निजी कॉलेज में पढ़ाने वाली शिक्षिकाएं जो दूसरे प्रदेशों से यहां बिहार की छात्राओं को ट्रेंड करने आई हैं वह भी डरी हुई हैं. उनका कहना है कि यह डर तब तक रहेगा जब तक दोषियों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर लेती है. अभी तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है पुलिस की मौजूदगी में पढ़ाई हो रही है. बरहाल पुलिस के एके-47 की निगरानी में पढ़ाई जारी है. पुलिस दोषियों की भी तलाश कर रही है लेकिन अभी तक कोई पकड़ में नहीं आया है. जिसकी वजह से कॉलेज के छात्र और छात्राओं में डर बना हुआ है. वही कॉलेज के प्रबंधन कौशल किशोर का कहना है कि छात्र और छात्राओं को डर मुक्त पढ़ाई देने का प्रयास हमारी जारी है.