IPS Vikas Vaibhav : ट्विटर पर अग्निशमन एवं होमगार्ड सर्विसेज की डीजी शोभा ओहटकर पर गाली-गलौज देने का आरोप लगाकर चर्चा में आए आइजी विकास वैभव को अब जान को खतरे का डर सता रहा है. सोमवार को आइजी विकास वैभव ने गृह विभाग को इस संबंध में एक पत्र लिखकर ट्रांसफर मांगा है.
IPS Vikas Vaibhav : ट्विटर पर अग्निशमन एवं होमगार्ड सर्विसेज की डीजी शोभा ओहटकर (DG Shobha Ahotkar) पर गाली-गलौज देने का आरोप लगाकर चर्चा में आए आइजी विकास वैभव (IPS Vikas Vaibhav) को अब जान को खतरे का डर सता रहा है। सोमवार को आइजी विकास वैभव ने गृह विभाग को इस संबंध में एक पत्र लिखकर ट्रांसफर की अपील की है। उन्होंने पत्र में लिखा कि मैं कई महीनों से प्रताड़ित हूं। मैं और मेरा परिवार मानसिक तौर पर बेहद परेशान है। मुझे दूसरे विभाग में भेजा जाए। वर्तमान विभाग में एक दिन भी काम करना खतरे से खाली नहीं। वहां अप्रिय घटना भी हो सकती है।विकास वैभव ने विभाग नहीं बदलने पर अवकाश की मांग की है।
बता दें कि विवादित ट्वीट मामले में डीजी शोभा ओहटकर आइजी विकास वैभव को नोटिस दे चुकी हैं। नौ फरवरी को जारी नोटिस में उनसे 24 घंटे के अंदर जवाब मांगा गया था। हालांकि, छुट्टी पर होने के कारण उनका जवाब अभी नहीं मिल सका। आईजी वैभव पारिवारिक समारोह में भाग लेने के लिए सिलीगुड़ी गए थे। ऐसे में संभावना जताई जा रही थी कि सोमवार को आईजी स्पष्टीकरण का जवाब दे सकते हैं।
हालांकि, सोमवार को पूर्व स्वीकृत अवकाश से लौटते ही उन्होंने गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र लिखा और डीजी शोभा अहोटकर से खुद और परिवार को खतरा बताकर एक बार फिर सबको सकते में डाल दिया है। उन्होंने पत्र में बताया कि उन्होंने DG शोभा अहोटकर की गालीबाजी की शिकायत न केवल सितंबर 2022 में की, बल्कि उनके साथ कई अन्य पदाधिकारी भी डीजी से बचाने की गुहार लेकर गृह विभाग के चक्कर लगा चुके हैं।
कभी भी घट सकती है अप्रिय घटना- IPS विकास वैभव :
IG विकास वैभव ने इस पत्र में लिखा है कि डीजी शोभा अहोटकर जबरन दंडित करने की मंशा से बिहारी और पत्नी के नाम से गाली देती हैं। उनके साथ काम करने में वह खतरा महसूस करते हैं। विकास वैभव ने लिखा कि कार्यस्थल पर मेरे साथ अप्रिय घटनाएं घट सकती हैं, क्षति पहुंचाई जा सकती है। ऐसे वरीय पदाधिकारी के अधीन कर्तव्य पालन संभव और सुरक्षित नहीं है।
विकास वैभव ने 60 दिनों की छुट्टी मांगी :
आईपीएस विकास वैभव ने कहा कि निर्दोष पारिवारिक सदस्यों के साथ मेरी सुरक्षा पर विचार करते हुए अस्थाई तौर पर भी उक्त वरीय पदाधिकारी के नियंत्रण से मुक्त किसी अन्य पद पर पदस्थापित करने हेतु राज्य सरकार की स्वीकृति प्राप्त करने की कृपा की जाए यदि किसी कारणवश वैकल्पिक व्यवस्था संभव नहीं हो तो 13 फरवरी 2023 के पूर्वाह्न से 60 दिन का अवकाश दे दें।
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