>>केंद्र ने शेड्यूल ड्रग्स की कीमतों में वृद्धि के लिए दी हरी झंडी.
>>800 दवाइयों की कीमत में बढ़ोतरी की जाएगी: एनपीपीए.
Medicine Price Hike: पेट्रोल, डीजल और रसोई गैस के बाद दवाइयों पर भी महंगाई की मार पड़ी है। अगले महीने से मरीजों को इलाज कराने के लिए आर्थिक बोझ ङोलना पड़ेगा। केंद्र सरकार ने शेड्यूल ड्रग्स की कीमतों में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। नेशनल फार्मा प्राइजिंग अथारिटी (एनपीपीए) के मुताबिक थोक महंगाई दर के आधार पर लगभग 800 दवाइयों की कीमत में बढ़ोतरी की जाएगी है। Medicine Price Hike
देश की फार्मा इंडस्ट्री ने 20 प्रतिशत तक दवाइयों के दाम बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार से गुहार लगाई थी, हालांकि एनपीपीए ने 10 से 12 प्रतिशत तक ही दवाइयों के दाम बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की। पंजाब केमिस्ट एसोसिएशन के प्रदेश प्रधान सुरिंदर दुग्गल ने कहा कि अप्रैल से दवाइयों के कच्चे माल के 10 से 12 प्रतिशत तक रेट बढ़ाए जाएंगे। Medicine Price Hike
बुखार, संक्रमण, दिल की बीमारियां, हाई ब्लड प्रेशर, चर्म रोग सहित कई अन्य बीमारियों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाइयों की कीमतों में बढ़ोतरी होगी। इनमें पैरासीटामोल, फेनोबार्बीटोन, फिनाईटोइन सोडियम, एजिथरोमाइसिन, सिपरोफ्लोक्सासीन, हाइड्रोक्लाइड व मेट्रोनिंडाजोल सहित कई साल्ट सूची में शामिल किए गए हैं जो महंगे होने वाले है। पिछले दो वर्षो में कई दवाइयों की कीमतों में 15 से 70 फीसद तक वृद्धि हुई है। पैरासीटामोल के दाम में 130 प्रतिशत उछाल आया है। Medicine Price Hike