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  • Bihar Politics : बिहार की राजनीति में शुरू हुआ पाला बदल का खेल, भाजपा में शामिल होने की लगी होड़.

    Bihar Politics : बिहार की सियासत में तेजी से घटनाक्रम बदल रहा है। राज्य में अब पाला बदलने का खेल शुरू हो गया है। आने वाले दिनों में इसके परवान चढ़ने की संभावना है। दूसरे दलों के कई नेताओं के भाजपा में जाने के चर्चा है। इसलिए कि भाजपा के पास लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव में दूसरों को देने के लिए अधिक सीटें हैं।

    पाला बदलने वालों में पूर्व विधायक और पूर्व सांसद भी बताए जा रहे हैं। मुजफ्फरपुर जिले के कांटी विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके पूर्व मंत्री अजीत कुमार एवं पश्चिमी चंपारण जिले के राजेश सिंह भाजपा में सम्मिलित हो गए हैं।

    कई घर देख चुके अजीत कुमार भाजपा का दामन थामने तक किसी दल में नहीं थे। कुछ ऐसा ही प्रभाव राजेश सिंह का वाल्मीकिनगर विधानसभा क्षेत्र में है।

    25 फरवरी को वाल्मीकिनगर लोकसभा क्षेत्र के लौरिया में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कार्यक्रम के दौरान पूर्व मंत्री राजेश सिंह और भारत सरकार से सेवानिवृत्त अधिकारी एपी पाठक समेत कई बड़े नेता भाजपा में शामिल हुए थे।

    राजेश भाजपा से पहले कांग्रेस में थे। दो दिन पहले यानी शुक्रवार को पूर्व सांसद मीना सिंह ने भी जदयू से त्यागपत्र दे दिया। मीना के भी भाजपा में जाने की चर्चा है।

    कुछ नेता राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और महागठबंधन से इतर तीसरा मोर्चा के गठन की आस लगाए हुए हैं। बस पाला बदल के लिए उचित अवसर की तलाश एवं चुनावी गुणा-गणित स्पष्ट होने का इंतजार है।

    शाह ने दिखाई थी सशर्त स्वागत को हरी झंडी :

    बिहार दौरे पर आए केंद्रीय गृह मंत्री ने भाजपा कोर ग्रुप की बैठक में दो टूक कह दिया था कि बगैर शर्त अगर कोई भाजपा में शामिल होना चाहता है, तो उसका स्वागत है।

    शाह का प्रदेश कोर ग्रुप के नेताओं को स्पष्ट संदेश था कि किसी शर्त या भविष्य की उम्मीद के साथ कतई किसी को पार्टी में शामिल नहीं कराएं।

    विचार धारा और राष्ट्र सर्वोपरि की भावना से पार्टी में जुड़ने वालों का स्वागत करें। वर्तमान समीकरण के आधार पर 2024 के चुनाव में राजग की शानदार सफलता की संभावना नहीं है।

    यह वोट सहयोगी दलों को हस्तांतरित भी होता है। लोकसभा की दृष्टि से पिछले दो चुनाव के परिणाम से साफ है कि बिहार के मतदाताओं के बीच राजग गठबंधन पर ही भरोसा है।

  • Post Office की जबरदस्त स्कीम ! सिर्फ 5 लाख करें निवेश, ब्याज से ही गारंटीड होगी 2 लाख से ज्यादा की कमाई.

     

    Post Office Scheme: पोस्ट ऑफिस की स्माल सेविंग्स स्की‍म्स सेफ और गारंटीड रिटर्न के लिए पॉपुलर स्कीम्स हैं. इनमें एक स्कीम नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) है. पोस्ट ऑफिस की इस स्माल सेविंग्‍स स्कीम्स की खासियत यह है कि इसमें निवेश की मैक्सिमम लिमिट नहीं है. वहीं, इसमें मल्टीपल अकाउंट खुलवाए जा सकते हैं. NSC में डिपॉजिट पर इनकम टैक्स के सेक्शन 80C के अंतर्गत 1.5 लाख रुपये तक टैक्से डिडक्शन क्लेम किया जा सकता है. 

    NSC: ब्याज दर और मैच्योरिटी :

    पोस्ट ऑफिस की नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) स्कीम में 1 जनवरी 2023 से सालाना 7 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. इसे ब्याज की कम्पाउंडिंग सालाना आधार पर होती है लेकिन इसका भुगतान मेच्योरिटी पर ही होता है. इस स्कीम का मैच्योपरिटी 5 साल का है. पोस्ट ऑफिस की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, अगर आप 1000 रुपये से NSC में निवेश करते हैं तो अगले 5 साल बाद आपको 1403 रुपये मिलेंगे.

    5 लाख जमा पर 2 लाख सिर्फ ब्याज :

    NSC कैलकुलेटर के मुताबिक, इस स्कीम में अगर एकमुश्त 5 लाख रुपये जमा किया जाए, तो 5 साल बाद मैच्योरिटी पर कुल 7,01,276 रुपये मिलेंगे. इसमें ब्याज से 2,01,276 रुपये की इनकम होगी. नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC) में निवेश किसी भी पोस्टग ऑफिस, जहां पर सेविंग्स अकाउंट खुलवाने की सुविधा उपलब्ध  हो, वहां से कर सकते हैं.

     

    NSC अकाउंट देशभर में पोस्ट ऑफिस के ब्रांच में खुलवाया जा सकता है. कोई भी बालिग अकाउंट खुलवा सकता है. इसमें ज्वााइंट अकाउंट के अलावा 10 साल के ज्याेदा उम्र के बच्चों के माता-पिता या कानूनी गार्जियन सर्टिफिकेट खरीद सकता है. NSC में मिनिमम 1000 रुपये का निवेश करना है. उसके बाद 100 के मल्टीपल में सर्टिफिकेट खरीद सकते हैं. इसमें नि‍वेश करने की कोई सीमा नहीं है. एनएससी में 5 साल के पहले विड्रॉल नहीं कर सकते हैं. कुछ विशेष परिस्थितियों में ही छूट है. सरकार स्माल सेविंग्स स्कीम पर 3 महीने बाद मिलने वाले ब्याज को रिवाइज करती है.

  • Bihar News : पंचतत्व में विलीन हो गए खगड़िया के धरतीपुत्र और समाजवादी नेता संजय यादव, लोगों ने नम आंखों से दी विदाई.

    Bihar News : खगड़िया के धरतीपुत्र और समाजवादी नेता संजय यादव शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनके अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। पिछले दिनों उनका असमायिक निधन  पटना में इलाज के दौरान हो गया। वे कुछ महिनों से बीमार चल रहे थे। उनके मौत की खबर पहुंचते ही पुरे जिले में शोक की लहर दौड़ गयी। कहीं लोगों ने भावभीनी श्रद्धांजलि देकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की तो, कहीं सुनहरी यादों से आंखें नम हो गईं।

    पूर्व विधायक रणवीर यादव के अनुज, पूर्व विधायक पूनम देवी यादव, जिला परिषद् अध्यक्षा कृष्णा कुमारी यादव के देवर तथा मानसी के पूर्व प्रमुख बलवीर चांद यादव के बड़े भाई थे। पूर्व विधान परिषद् प्रत्याशी एवं समाजवादी राजनीति के सच्चे सिपाही संजय यादव के निधन पर लोगों ने शोक संवेदना प्रकट करते हुए उन्हें व्यवहार कुशल और मिलनसार इंसान बताया है। साथ ही कहा गया कि उनके निधन से सामाजिक और राजनीतिक स्तर पर खगड़िया को अपूर्णीय क्षति हुई है, जिसकी भरपाई निकट भविष्य में असंभव है।

     

    उनके के निधन पर जदयू के जिला अध्यक्ष बबलू कुमार मंडल, जिला उपाध्यक्ष राजकुमार फोगला तथा जदयू प्रवक्ता आचार्य राकेश पासवान शास्त्री ने गहरा  दुख व्यक्त किया और दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिये ईश्वर से प्रार्थना की. उन्होंने कहा कि वे इस दुख की घड़ी में शोक सम्पत परिजनों एवम सुभचिंताकों के साथ हैं. ईश्वर शोकाकुल परिवार को इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे.

    पूर्व प्रमुख और उनके भाई बलवीर चांद यादव ने कहा कि उनके निधन से उन्हें गहरा झटका लगा है। उनकी असमय हुई मृत्यु असहनीय है और उनकी कमी कोई भी पूरी नहीं कर सकता। वे हमेशा हमारे दिलों में बने रहेंगे। उनकी उम्र अभी इस दुनिया से जाने की नहीं थी, लेकिन मृत्यु पर किसी का वश नहीं चला है।

     

    इधर युवा जदयू के प्रदेश सचिव अमित कुमार पप्पू यादव, पूर्व जिला पार्षद् योगेन्द्र सिंह, किसान प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव अजय मंडल, जदयू नेता पंकज कुमार पटेल, सुनील कुमार मुखिया, कोषाध्यक्ष प्रमोद केडिया, संदीप केडिया, पुरूषोतम अग्रवाल, जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष मोहम्मद शहाव उद्दीन, जिला महासचिव उमेश सिंह पटेल, रामविलाश महतों, मनोज कुमार सिंह, जिला सचिव अनुज शर्मा युवा जदयू के जिला अध्यक्ष नीतीश सिंह पटेल, नगर परिषद् के अध्यक्ष जीतेन्द्र पटेल, मानसी प्रखण्ड अध्यक्ष राजनीति प्रसाद सिंह, मोहम्मद बली अहमद, ई० क्याम उद्दीन, मोहम्मद वासित अली वासो, केदार चौरसिया, धीरेन्द्र यादव, अमित कुमार प्रिंस, पप्पू पोद्दार, कुन्दन कुमार यादव, गायक गीता कुमार यादव, नन्द सिंह पहलवान, समीर सिंह, सिंह, शंकर सिंह, पप्पू सिंह, बुलबुल यादव एवं सुनील कुमार बब्लू आदि नेताओं ने भी शोक व्यक्त किया।

  • PM Kisan 13th Installment : पीएम किसान का पैसा खाते में आया है या नहीं? इन आसान तरीकों से करें चेक.

    PM Kisan Yojana: आप अपने खाते की शेष राशि की जांच के लिए एटीएम का भी उपयोग कर सकते हैं. आप अपना एटीएम कार्ड या डेबिट कार्ड दर्ज कर सकते हैं और स्थानीय एटीएम पर जाकर ऑन-स्क्रीन निर्देशों का पालन कर सकते हैं. आप अपने खुद के बैंक के एटीएम या अपने बैंक से जुड़े एटीएम नेटवर्क का इस्तेमाल कर सकते हैं.

    PM Kisan Samman Nidhi Scheme: पीएम किसान सम्मान निधि के तहत हाल ही में किसानों को 13वीं किस्त का पैसा जारी किया गया है. इसके तहत किसानों को 2000 रुपये की राशि सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर की गई है. वहीं कुछ लोग अभी भी पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा बैंक अकाउंट में नहीं चेक कर पाए हैं. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि कैसे अपने बैंक अकाउंट की राशि चेक की जा सकती है. यहां हम आपको तीन ऐसे तरीके बताने वाले हैं, जिनसे आप पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा बैंक खाते में आया है या नहीं, इसकी जांच कर सकते हैं.

    एटीएम :
    आप अपने खाते की शेष राशि की जांच के लिए एटीएम का भी उपयोग कर सकते हैं. आप अपना एटीएम कार्ड या डेबिट कार्ड दर्ज कर सकते हैं और स्थानीय एटीएम पर जाकर ऑन-स्क्रीन निर्देशों का पालन कर सकते हैं. आप अपने खुद के बैंक के एटीएम या अपने बैंक से जुड़े एटीएम नेटवर्क का इस्तेमाल कर सकते हैं और एटीएम पर जाकर अपना बैलेंस चेक कर सकते हैं.

    बैंक पासबुक :

    इसके अलावा आप अपने बैंक जाकर भी बैलेंस चेक कर सकते हैं. आप बैंक जाकर अपने पासबुक में एंट्री करवाकर अपना बैलेंस देख सकते हैं और यह जान सकते हैं कि आपके खाते में पीएम किसान का पैसा आया है या नहीं.

    नेटबैंकिंग :

    वहीं नेटबैंकिंग की सुविधा का इस्तेमाल भी किया जा सकता है. अगर आपके पास नेटबैंकिंग है तो ऑनलाइन ही घर बैठकर अपना बैंक बैलेंस चेक किया जा सकता है और यह जाना जा सकता है कि आपके बैंक खाते में पीएम किसान सम्मान निधि का पैसा आया है या नहीं.

  • Indian Railway : बिहार के यात्रियों के लिए बड़ी खबर ! 3 मार्च को रद्द रहेंगी ये 6 ट्रेनें, आधे रास्ते में यात्रा खत्म करेंगी ये 4 गाड़ियां.

    Indian Railways : पूर्व मध्य रेलवे के मुताबिक इस ट्रैफिक ब्लॉक की वजह से कुछ ट्रेनों को कैंसिल करने का फैसला किया गया है, जबकि कुछ ट्रेनें शॉर्ट टर्मिनेट और शॉर्ट ऑरिजिनेट की जाएंगी.

    Indian Railways: भारतीय रेल ने यात्रियों के लिए जरूरी सूचना जारी की है. पूर्व मध्य रेलवे ने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी रेल मंडल के अधिकार क्षेत्र में आने वाले छपरा ग्रामीण-गोल्डिनगंज रेलवे स्टेशन के बीच फाटक संख्या 39 और कठकुईया-पडरौना रेलवे स्टेशन के बीच फाटक संख्या 62 और 63 पर एल.एच.एस. (Limited or Restricted Height Subways) का काम किया जाना है. इस काम की वजह से यहां ट्रैफिक ब्लॉक रहेगा, जिसके कारण यहां से होकर गुजरने वाली कई ट्रेनें प्रभावित होंगी. पूर्व मध्य रेलवे के मुताबिक इस ट्रैफिक ब्लॉक की वजह से कुछ ट्रेनों को कैंसिल करने का फैसला किया गया है, जबकि कुछ ट्रेनें शॉर्ट टर्मिनेट और शॉर्ट ऑरिजिनेट की जाएंगी.

     

    कैंसिल की जाने वाली ट्रेनों की लिस्ट और डीटेल्स :

    • सोनपुर से छपरा तक चलाई जाने वाली गाड़ी संख्या- 05247, सोनपुर-छपरा स्पेशल ट्रेन 3 मार्च को कैंसिल रहेगी.
    • छपरा से सोनपुर तक चलाई जाने वाली गाड़ी संख्या- 05248, छपरा-सोनपुर स्पेशल ट्रेन 3 मार्च को कैंसिल रहेगी.
    • सोनपुर से पंचदेवरी हॉल्ट तक चलाई जाने वाली गाड़ी संख्या- 05241, सोनपुर-पंचदेवरी हॉल्ट स्पेशल ट्रेन 3 मार्च को कैंसिल रहेगी.
    • पंचदेवरी हॉल्ट से सोनपुर तक चलाई जाने वाली गाड़ी संख्या- 05242, पंचदेवरी हाल्ट-सोनपुर स्पेशल ट्रेन 3 मार्च को कैंसिल रहेगी.
    • सोनपुर से छपरा तक चलाई जाने वाली गाड़ी संख्या- 05245, सोनपुर-छपरा स्पेशल ट्रेन 3 मार्च को कैंसिल रहेगी.
    • छपरा से सोनपुर तक चलाई जाने वाली गाड़ी संख्या- 05246, छपरा-सोनपुर स्पेशल ट्रेन 3 मार्च को कैंसिल रहेगी.

    शॉर्ट टर्मिनेशन और शॉर्ट ओरिजिनेट कर चलाई जाने वाली ट्रेनें :

    • पाटलिपुत्र से गोरखपुर तक चलाई जाने वाली गाड़ी संख्या- 15079, पाटलिपुत्र-गोरखपुर एक्सप्रेस ट्रेन 3 मार्च को छपरा ग्रामीण स्टेशन पर अपनी यात्रा समाप्त करेगी.
    • गोरखपुर पाटलिपुत्र तक चलाई जाने वाली गाड़ी संख्या- 15080, गोरखपुर-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस 3 मार्च को छपरा ग्रामीण स्टेशन से अपनी यात्रा शुरू करेगी.
    • लखनऊ जंक्शन से पाटलिपुत्र तक चलाई जाने वाली गाड़ी संख्या- 12530, लखनऊ जंक्शन-पाटलिपुत्र एक्सप्रेस 3 मार्च को छपरा ग्रामीण स्टेशन पर अपनी यात्रा समाप्त करेगी.
    • पाटलिपुत्र से लखनऊ जंक्शन तक चलाई जाने वाली गाड़ी संख्या- 12529, पाटलिपुत्र-लखनऊ जंक्शन एक्सप्रेस 3 मार्च को छपरा स्टेशन से अपनी यात्रा शुरू करेगी.
  • Bihar Crime : पटना में ठेकेदार की गोली मारकर हत्या, मर्डर के बाद रेलवे ट्रैक पर फेंकी लाश

    Bihar Crime News : राजधानी पटना में अपराध की वारदातों में लगातार इजाफा हो रहा है. ताजा मामला एक ठेकेदार की हत्या से जुड़ा है. बख्तियारपुर रेलखंड के खुसरूपुर स्टेशन के पूर्वी केबिन के समीप रेलवे ट्रैक से गोली लगे एक युवक का शव बरामद होने से आसपास के इलाकों में सनसनी फैल गई. स्थानीय लोगों द्वारा घटना की जानकारी पुलिस को दिए जाने के बाद खुसरूपुर जीआरपी की टीम ने मौके पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेज दिया.

    मृतक की पहचान नालंदा जिले के हरनौत थानाक्षेत्र के सबनोहा डीह निवासी विपिन कुमार यादव के रूप में की गई है. मृतक के सीने और गर्दन में गोली के निशान हैं, ऐसे में बताया जाता है कि अज्ञात अपराधियों द्वारा युवक की हत्या कर उसे रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया होगा. बताया जाता है कि विपिन कुमार यादव पिछले कुछ सालों से फतुहा के स्टेशन रोड स्थित अपने ससुराल में रहकर किसी महेंद्र कुमार नामक व्यक्ति के साथ पार्टनरशिप में ठेकेदारी का काम करते थे.

     

    बताया यह भी जा रहा है कि विपिन कुमार यादव का अपने पार्टनर महेंद्र कुमार के साथ पिछले कुछ दिनों से पैसे को लेकर विवाद चल रहा था. बीते सोमवार की दोपहर विपिन कुमार अपने दोस्त बाबा के साथ महेंद्र कुमार से मिलने गए थे, और उसके बाद वह वापस अपने ससुराल नहीं लौटे. ससुराल वालों द्वारा काफी खोजबीन किए जाने के बाद भी उनका कुछ भी अता पता नहीं चला और इसके बाद मंगलवार को खुसरूपुर स्टेशन के पूर्वी केबिन के पास रेलवे ट्रैक से गोली मारा उनका शव बरामद किया गया.

    घटना के संबंध में पूछे जाने पर मृतक विपिन कुमार यादव के साले राजेश रंजन ने बताया कि विपिन कुमार का अपने पार्टनर महेंद्र कुमार के साथ पैसे को लेकर विवाद चल रहा था. उन्होंने बताया कि अलीपुर पंचायत के मुखिया के साथ भी पिछले कुछ दिनों से उनका विवाद चल रहा था. राजेश रंजन ने पुलिस के समक्ष हत्या की बात कहते हुए पुलिस प्रशासन के वरीय अधिकारियों से न्याय की गुहार लगाई है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहन छानबीन में जुटी है. घटना के बाद से मृतक के परिवार में कोहराम मचा है और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

  • Gold Silver Price Today : सोने की ज्वैलरी हो गई सस्ती ! कीमतों में आई जोरदार गिरावट, 10 ग्राम का भाव रह गया सिर्फ इतना.

     

     

    Gold Silver Price Today : गोल्ड की कीमतों में लगातार गिरावट जारी है. आज भी सोना और चांदी (Gold-Silver Price) सस्ता हो गया यानी आपके पास सस्ते में गोल्ड ज्वैलरी खरीद सकते हैं. इसके अलावा ग्लोबल बाजारों में भी कीमती धातुओं की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है. आज दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना 55,500 रुपये के लेवल पर बंद हुआ है. HDFC Securities ने इस बारे में जानकारी दी है. 

    दिल्ली सर्राफा बाजार में सस्ता हुआ सोना :

    दिल्ली सर्राफा बाजा में सोने का भाव 110 रुपये की गिरावट के साथ 55,550 रुपये प्रति 10 ग्राम के लेवल पर रह गया है. वहीं, पिछले कारोबारी सत्र में सोना 55,660 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था.

    चांदी 500 रुपये से ज्यादा हुई सस्ती :

    चांदी की कीमतों की बात करें तो आज दिल्ली सर्राफा बाजार में सिल्वर 550 रुपये फिसलकर 63,000 रुपये प्रति किलोग्राम के लेवल पर पहुंच गए हैं.

    ग्लोबल मार्केट में भी सस्ता हुआ सोना-चांदी :

    इंटरनेशनल मार्केट में सोने का भाव गिरावट के साथ 1808 डॉलर प्रति औंस के लेवल पर पहुंच गया है. जबकि चांदी का भाव भी गिरावट के साथ 20.47 डॉलर प्रति औंस रह गया है.

    जानें क्या है एक्सपर्ट की राय?

    रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक श्रीराम अय्यर ने कहा, ‘‘एशियाई कारोबार में डॉलर में आई शुरुआती गिरावट का रुख बाद में पलट गया और अमेरिकी मुद्रा के मजबूत होने से कॉमेक्स में सोने में आई तेजी पलट गई.’’

    गोल्ड खरीदने से पहले रखें ध्यान :

    अगर आप भी मार्केट में सोने की खरीदारी करने जा रहे हैं तो हॉलमार्क देखकर ही गोल्ड की खरीदारी करें. सोने की शुद्धता को चेक करने के लिए आप सरकारी ऐप का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. ‘BIS Care app’ के जरिए आप गोल्ड की प्युरिटी चेक कर सकते हैं कि वह असली है या फिर नकली. इसके अलावा आप इस ऐप के जरिए शिकायत भी कर सकते हैं.

  • Aadhar Card: अब पहले से ज्यादा सुरक्षित हुआ आपका आधार, किसी ने किया गलत इस्तेमाल तो तुरंत चलेगा पता.

    Aadhar Card : आपके आधार को पहले से ज्यादा सुरक्षित बनाया गया है। अब अगर कोई भी आपके आधार का गलत इस्तेमाल करता है तो आपको फौरन पता चल जाएगा। भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने फिंगरप्रिंट पर आधारित आधार के वैरिफिकेशन को पहले और अधिक सुरक्षित किया है। अब अगर कोई आपके आधार का गलत इस्तेमाल करता है तो तुरंत पता चल जाएगा। नया सिस्टम आपके आधार को पहले से अधिक सेफ बनाता है जिससे कोई भी आपके आधार के साथ फ्रॉड नहीं कर सकता। इससे बैंकिंग, फाइनेंशियल, टेलिकॉम और सरकारी सेक्टर को मदद मिलेगी।

     

    UIDAI ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) को UIDAI ने डेवलप किया है। ये फिंगरप्रिंट के जरिये फैरिफिकेशन करता है। ये वैरिफिकेशन के लिए फिंगर की हल्की और गहरी दोनों लाइन का इस्तेमाल करता है। डबल लेयर वैरिफिकेशन से हमेशा मदद मिलती है और गलत इस्तेमाल करने की संभावना कम हो जाती है। फिंगरप्रिंट आधारित वैरिफिकेशन से कोई भी ट्रांजेक्शन पहले से ज्यादा मजबूत और सुरक्षित है।

    अपना आधार कार्ड ऐसे सुरक्षित करें :

    1. पहले अपना प्रोफ़ाइल खोलें
    2. शीर्ष आरएचएस कोने पर क्लिक करें
    3. बॉयोमीट्रिक सेटिंग चुनें
    4. बायोमेट्रिक्स लॉक करने के लिए ‘बॉयोमीट्रिक लॉक सक्षम करें’ चेक बॉक्स को चुनें
    5. अपने चयन को सेव करने के लिए, शीर्ष आरएचएस पर बने टिक मार्क पर क्लिक करें
    6. एक ओटीपी सृजित होगा और स्वात: प्रविष्टस होगा तथा बायोमेट्रिक्स लॉक हो जाएगा।

    अपडेट कराएं अपना आधार कार्ड :

    देश में आधार कार्ड की जरूरत बैंक खाता खुलवाने से लेकर बैंक खाता खोलने के लिए पड़ती है। सभी सरकारी सब्सिडी और योजनाओं का फायदा उठाने के लिए आधार कार्ड की जरूरत होती है। यदि आपका आधार दस साल पहले बना था और इसे अपडेट नहीं किया गया है, तो कृप्या आप अपनी ‘पहचान के प्रमाण’ और ‘पते के प्रमाण’ के दस्तावेजों को अपलोड कर इसे फिर से सत्यापित करें। इसे आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरह से कर सकते हैं। ऑनलाइन अपलोड के लिए शुल्क 25 रुपये और ऑफलाइन के लिए 50 रुपये है।

    आधार कार्ड अपडेट हुआ है या नहीं कैसे पता करें?

    आधार कार्ड अपडेट हुआ या नहीं ये जानने के लिए सबसे पहले आप सरकार की वेबसाइट uidai.gov.in को ओपन करें। इसके बाद Check Aadhaar Update Status के विकल्प को सेलेक्ट करें। फिर अगले पेज में एनरोलमेंट आईडी और कैप्चा कोड डालकर सबमिट कर दें। इसके बाद आपके सामने आधार कार्ड की पूरी जानकारी आ जाएगी।

    यहां करें आधार से संबंधित शिकायत :

    आधार से संबंधित शिकायत दर्ज कराने के लिए आप अपने नज़दीकी आधार केंद्र/ क्षेत्रीय कार्यालय पर जा सकते हैं। अपने नज़दीकी आधार केंद्र/क्षेत्रीय कार्यालय की जानकारी के लिए ,इस भुवन लिंक पर क्लिक करें- – bhuvan.nrsc.gov.in/aadhaar/

  • 7th Pay Commission : केंद्रीय कर्मचारियों की हुई बल्ले बल्ले ! सैलरी में 27,000 का होगा इजाफा, कैबिनेट मीटिंग में लगेगी मुहर.

    7th Pay Commission DA Hike : केंद्रीय कर्मचारियों (Central government employees) के लिए 1 मार्च (1 March 2023) का दिन काफी खास है. क्या आप भी महंगाई भत्ते (DA Hike) का इंतजार कर रहे हैं…? तो कल लाखों केंद्रीय कर्मचारियों को बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है.

    7th Pay Commission Latest Update: केंद्रीय कर्मचारियों (Central government employees) के लिए 1 मार्च (1 March 2023) का दिन काफी खास है. क्या आप भी महंगाई भत्ते (DA Hike) का इंतजार कर रहे हैं…? तो कल लाखों केंद्रीय कर्मचारियों को बड़ा तोहफा मिलने जा रहा है. कल कर्मचारियों के महंगाई भत्ते पर मुहर लग जाएगी. इसके साथ ही बढ़े हुए डीए (Dearness allowance) का ऐलान होगा. यानी मार्च महीने में कर्मचारियों की सैलरी में बंपर इजाफा होने जा रहा है. बता दें सैलरी में 27312 रुपये का इजाफा होना तय है. 

     

    कल होगी कैबिनेट की बैठक :

    आपको बता दें 1 मार्च को कैबिनेट की बैठक होनी है. इस मीटिंग पर महंगाई भत्ते पर मंजूरी मिल सकती है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 4 फीसदी तक का इजाफा हो सकता है. अगर 4 फीसदी डीए पर मुहर लगती है तो मार्च महीने में कर्मचारियों को 42 फीसदी की दर से डीए मिलेगा. इस समय पर कर्मचारियों को 38 फीसदी की दर से डीए का फायदा मिल रहा है.

     

    कितने रुपये तक का होगा सैलरी में इजाफा?

    कैबिनेट बैठक की मंजूरी मिलने के बाद ही महंगाई भत्ते (Mehngai bhatta) में इजाफा होगा. इसके बाद ही कर्मचारियों के खाते में मोटी सैलरी क्रेडिट होगी. इसके साथ ही कर्मचारियों को जनवरी और फरवरी महीने का पैसा एरियर के रूप में मिलेगा. 4 फीसदी डीए बढ़ने के बाद में कर्मचारियों की सैलरी में 720 रुपये प्रति माह से लेकर 2276 रुपये प्रति माह का इजाफा होना है.

     

    किन कर्मचारियों की सैलरी बढ़ेगी 27312 रुपये :

    अगर किसी कर्मचारी की बेसिक सैलरी 18000 रुपये है तो इनकी सैलरी में प्रतिमाह 720 रुपये का इजाफा होगा यानी सालाना आधार पर कर्मचारियों की सैलरी में 8640 रुपये की बढ़ोतरी होगी. वहीं, अगर कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 56900 रुपये प्रतिमाह है तो इनकी सैलरी में प्रति माह 2276 रुपये का इजाफा होगा यानी सालाना आधार पर 27312 रुपये सैलरी बढ़ेगी.

    जुलाई में भी 4 फीसदी बढ़ा था डीए :

    आपको बता दें अगर कर्मचारियों के डीए में 4 फीसदी का इजाफा होता है तो महंगाई भत्ते 42 फीसदी की दर पर पहुंच जाएगा. जुलाई 2022 में भी सरकार ने कर्मचारियों के डीए में 4 फीसदी का इजाफा किया था. DA और DR में होने वाली बढ़ोतरी से लाखों केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनर्स को फायदा मिलेगा.

  • Investment Tips : म्यूचुअल फंड में SIP शुरू कर रहे हैं, रेगुलर और डायरेक्ट ऑप्शंस में से क्या रहेगा बेस्ट?

    Mutual Fund Sip Investment Tips : म्यूचुअल फंड में SIP शुरू करने से पहले आपके लिए यह समझ लेना जरूरी है कि रेगुलर और डायरेक्ट में से कौन सा रास्ता आपके लिए सही होगा. इसकी वजह यह है कि लंबी अवधि में दोनों प्लान के बीच रिटर्न में अंतर देखने को मिलता है.

    Sip Investment Tips : क्या आप म्यूचुअल फंड में SIP शुरू करने जा रहे हैं? अगर हां तो आपके लिए यह जान लेना जरूरी है कि रेगुलर (Regular Plan of Mutual Fund) और डायरेक्ट (Direct Plan of Mutual Fund) में से कौन सा ऑप्शन आपके लिए सही रहेगा। अगर दोनों के बारे में ठीक से जानते हैं तो अच्छी बात है। जो लोग नहीं जानते उनके लिए यह समझ लेना ठीक रहेगा कि म्यूचुअल फंड्स के रेगुलर प्लान म्यूचुअल फंड इंटरमीडियरीज की तरफ से डिस्ट्रिब्यूट किए जाते हैं। इनमें बैंक, वेल्थ मैनेजर्स, इंडिविजुअल और कॉर्पोरेट डिस्ट्रिब्यूटर्स शामिल हैं। इन्हें म्यूचुअल फंड्स की स्कीमों को बेचने पर कमीशन मिलता है। म्यू्चुअल फंड्स हाउस ये कमीशन उन्हें देते हैं। इसके लिए वे इनवेस्टर्स से कुछ एक्सपेंसेज लेते हैं।

     

    डिस्ट्रिब्यूटर्स को म्यूचुअल फंड हाउस से कमीशन मिलता है :

    इस एक्सपेंस में डिस्ट्रिब्यूटर्स का कमीशन, फंड मैनेजर का फंड मैनेजमेंट चार्ज, मार्केटिंग कॉस्ट आदि शामिल होती है। डिस्ट्रिब्यूटर्स निवेश करने में इनवेस्टर्स की मदद भी करते हैं। वे इनवेस्टर्स की जरूरत, रिस्क लेने की क्षमता, उम्र आदि को देखकर सही प्रोडक्ट में निवेश करने की सलाह भी देते हैं। सेबी में रजिस्टर्ड इनवेस्टमें एडवाइजर्स इनवेस्टर्स को एडवायजरी सर्विसेज देते हैं। उनका इंटरेस्ट इनवेस्टर्स के इंटरेस्ट से जुड़ा होता है। इसलिए वे एक तरह से न्यूट्रल होते हैं। उनका किसी म्यूचुअल फंड्स हाउस से टाई-अप नहीं होता है। उन्हें किसी तरह का कमीशन नहीं मिलता है। उनकी सलाह के बाद आप खुद इनवेस्ट कर सकते हैं। इसके लिए आपको डायरेक्ट प्लान का ऑप्शन सेलेक्ट करना होता है।

    आपके लिए क्या सही है? 

    अब सवाल है कि रेगुलर और डायरेक्ट प्लान में से कौन आपके लिए बेस्ट है? इस सवाल का जवाब सीधे हां या नहीं में देना मुश्किल है। यह जान लेना जरूरी है कि रेगुलर प्लान में इनवेस्ट करना महंगा है। लेकिन, फायदा यह है कि डिस्ट्रिब्यूटर्स इनवेस्टर्स को निवेश करने में मदद करते हैं। इसलिए अगर इनवेस्टर्स को निवेश करने में मदद की जरूरत है तो उसके लिए रेगुलर प्लान सही रहेगा। कई बार इनवेस्टर्स एकमुश्त इनवेस्ट करना चाहता है। इसके लिए वह ऐसा व्यक्ति चाहता है जो इनवेस्टमेंट अमाउंट लेने से लेकर पेपरवर्क तक की जिम्मेदारी संभाल ले। इनवेस्टर्स को सिर्फ फॉर्म पर साइन करने की जरूरत रहती है। डिस्ट्रिब्यूटर्स इस जरूरत को पूरी करते हैं।

     

    RIA का ऑप्शन भी उपलब्ध है :

    अगर इनवेस्टर व्यापक गाइडेंस चाहता है तो उसे रजिस्टर्ड इनवेस्टमें एडवाइजर्स (RIA) के पास जाने की जरूरत है। RIA इनवेस्टर को पूरा समय देता है। इनवेस्टमेंट से पहले उसकी रिस्क प्रोफाइल, निवेश के लक्ष्य, इनकम लेवल आदि के बारे में जानकारी लेता है। वह इनवेस्टर्स की स्थिति को देखते हुए एसेट प्रोफाइल का भी ध्यान रखता है। वह यह भी देखता है कि इनकम टैक्स के लिहाज से इनवेस्टमेंट का प्लान किस तरह बनाना चाहिए। इसके लिए वह इनवेस्टर्स से फीस लेता है। फिर, वह इनवेस्टर्स को डायरेक्ट प्लान में इनवेस्ट करने की सलाह देता है।

     

    आप खुद भी कर सकते हैं रिसर्च :

    कुछ लोग RIA की सेवाएं लेने की बजाय खुद यह काम करना पसंद करते हैं। वे रिसर्च वर्क करते हैं। कई तरह की स्कीम के एनालिसिस के बाद अपने लिए सही स्कीम का चुनाव करते हैं। वे अपनी टैक्स प्लानिंग खुद करते हैं। उन्हें एसेट एलोकेशन के बारे में भी पता होता है। ऐसे इनवेस्टर भी डायरेक्ट प्लान के जरिए निवेश करना पसंद करते हैं। इसलिए म्यूचुअल फंड में SIP करने के लिए आप डिस्ट्रिब्यूटर की मदद ले सकते हैं। RIA की मदद ले सकते हैं। आप चाहें तो खुद स्कीम आदि के बारे में रिसर्च कर डायरेक्ट प्लान में निवेश कर सकते हैं।

     

    अगर आप खुद रिसर्च वर्क आदि करने में सक्षम हैं तो आपके लिए डायरेक्ट प्लान ठीक है। रेगुलर प्लान के मुकाबले डायरेक्ट प्लान का रिटर्न थोड़ा ज्यादा रहता है। इसकी वजह यह है कि इसका एक्सपेंस कम होता है, क्योंकि इसमें डिस्ट्रिब्यूटर्स का कमीशन शामिल नहीं होता है। इसलिए आपको अपनी स्थिति के हिसाब से रेगुलर और डायरेक्ट प्लान में से किसी एक को सेलेक्ट करना ठीक रहेगा।

    ( source : money9.com )