Education News : शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि मनचाही पोस्टिंग के बाद भी नहीं पढ़ाने वाले शिक्षक सस्पेंड किये जाएंगे. उन्होंने कहा कि अफसरों की जिम्मेदारी है कि वह दफ्तरों के बजाय, स्कूलों में पहुंचें. वहां किसी एक पीरियड में मौजूद रहें. साथ ही स्कूलों में पढ़ाई के स्तर को जानें. इसके बाद पढ़ाई की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएं .
Education News : ‘स्कूलों नहीं पढ़ाने वाले शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी’ – उक्त बातें बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने शुक्रवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयोजित फिलो एप की औपचारिक लांचिंग के अवसर पर कही. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि मनचाही पोस्टिंग के बाद भी अगर शिक्षक ईमानदारी से नहीं पढ़येंगे, तो उन्हें तत्काल सस्पेंड किया जाना चाहिए. शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों को स्कूलों में उचित पढ़ाई सुनिश्चित करने के लिए इंस्पेक्शन की पुरानी परंपरा को दोबारा शुरू करने का निर्देश दिया है.
पढ़ाई की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएं- शिक्षा मंत्री
उन्होंने कहा कि अफसरों की जिम्मेदारी है कि वह दफ्तरों के बजाय, स्कूलों में पहुंचें. वहां किसी एक पीरियड में मौजूद रहें. साथ ही स्कूलों में पढ़ाई के स्तर को जानें. इसके बाद पढ़ाई की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएं . दूसरी ओर, कहा कि अधिकारी भी शिक्षकों को ट्रांसफर, पोस्टिंग या दूसरी समस्याओं के लिए शिक्षा विभाग के गलियारों में घूमने के लिए मजबूर न करें.
एप से 45 लाख बच्चों को मिलेगा लाभ :
बता दें कि राज्य में कक्षा नौ से 12 वीं तक के क्लास के 45 लाख बच्चों की पढ़ाई से जुड़ी दिक्कतों के समाधान के लिए फिलो एप की लांचिंग की गयी है. फिलो एप बच्चों को लाइव ट्यूटरिंग करेगा. एप पाठ्यक्रम और पेशेवर कोर्स से जुड़ी दिक्कतों का समाधान करेगा. इसका निर्माण बिहार के ही आइआइटियंस ने किया है.
ऐप की सुविधा एक साल तक फ्री मिलेगी :
उच्चतर माध्यमिक सरकारी स्कूलों के बच्चों को ऐप की सुविधा एक साल फ्री मिलेगी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि शिक्षक खुद इन्फोर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी को आत्मसात करें. फिर बच्चों को अभ्यस्त करें. उन्होंने बच्चों का उन्होंने आह्वान किया कि मन लगा कर पढ़ाई करें. जब कुछ बन जाएं, तो अपने उस समाज को न भूलें, जिनके संसाधनों की दम पर आपने शिक्षा पायी.
शिक्षकों को डिजिटल तकनीक से अवगत रहना चाहिए :
शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संजय कुमार ने बताया कि शिक्षा विभाग और फिलो एप्टेक प्राइवेट लिमिटेड के बीच एक समझौता हुआ है, जिसके तहत ऐप सेवा एक साल के लिए पूरी तरह से मुफ्त है. छात्रों से इस ऐप का उपयोग करने के लिए एक पैसा भी नहीं लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि स्कूलों में दाखिल सभी छात्रों के साथ उनके पूरे एजुकेशनल डिटेल का एक डेटाबेस भी तैयार किया जा रहा है.
संजय कुमार ने कहा कि शिक्षकों को डिजिटल तकनीक से अवगत रहना चाहिए और छात्रों में समस्या सुलझाने की क्षमता विकसित करने का प्रयास करना चाहिए. कोविड-19 महामारी के दौरान ज्ञान के प्रसार में डिजिटल तकनीक बहुत मददगार साबित हुई है.
बच्चे डिजिटल टेक्नोलॉजी में जल्दी माहिर हो जायेंगे. इन्हें दिशा देने की जरूरत है. राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी किरण कुमारी ने प्रेजेंटेशन के जरिये गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से जुड़ी योजनाओं की जानकारी दी.