CUET Exam 2022 : यूनिवर्सिटी-कॉलेज एडमिशन के लिए देशभर में कॉमन एंट्रेंस एग्जाम सीयूईटी (CUET) इस साल से शुरू हो रहा है. अगले सत्र से यह परीक्षा साल में दो बार कराई जा सकती है. यूजीसी अध्यक्ष ने इस बारे में सूचना दी है.
CUET Exam 2022 : 12वीं के बाद कॉलेज एडमिशन के लिए इस साल से कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट यानी सीयूईटी (Common University Entrance Test) का आयोजन किया जाने वाला है. यह देश की उच्च शिक्षा में एक बड़ा बदलाव है. इस प्रवेश परीक्षा के बाद सेंट्रल यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन के लिए 12वीं बोर्ड एग्जाम के हाई कट-ऑफ की होड़ खत्म हो जाएगी. सीयूईटी 2022 (CUET 2022) की घोषणा इसी महीने यानी मार्च 2022 में ही की गई है. अब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी (UGC) के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने सीयूईटी को लेकर नई जानकारी दी है. उन्होंने बताया है कि इस परीक्षा को साल में दो बार कराया जा सकता है. क्या सीयूईटी से बोर्ड एग्जाम का महत्व कम हो जाएगा? इसका भी उन्होंने जवाब दिया है.
यूजीसी चेयरमैन (UGC Chairman) एम जगदीश कुमार (M Jagdesh Kumar) ने मंगलवार को कहा कि राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी यानी एनटीए (NTA) अगले सत्र से साल में दो बार साझा विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा (CUET) का आयोजन करने पर विचार करेगी.
खत्म हो जाएगी बोर्ड परीक्षाओं की प्रासंगिकता?
यूजीसी अध्यक्ष जगदीश कुमार ने कहा कि ‘सीयूईटी से न तो बोर्ड परीक्षाओं की प्रासंगिकता खत्म होगी, न ही इससे कोचिंग की संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा. परीक्षा के लिए किसी कोचिंग की आवश्यकता नहीं होगी, इसलिए इससे कोचिंग संस्कृति को बढ़ावा मिलने का सवाल ही पैदा नहीं होता. फायदा यह होगा कि ग्रेजुएट कोर्सेस / ग्रेजुएशन में एडमिशन की प्रक्रिया में स्टेट बोर्ड के छात्रों को नुकसान नहीं होगा.’
पीटीआई-भाषा को दिए एक इंटरव्यू में यूजीसी चेयरमैन ने कहा कि सीयूईटी का आयोजन कराने की जिम्मेदारी एनटीए की है. सीयूईटी का काम केवल केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिले तक ही सीमित नहीं होगा. क्योंकि कई प्रतिष्ठित निजी विश्वविद्यालयों ने संकेत दिया है कि वे ग्रेजुएशन में एडमिशन के लिए सीयूईटी के मार्क्स का इस्तेमाल करने के इच्छुक हैं.’
11वीं से भी पूछे जाएंगे सवाल?
स्टूडेंट्स को इस बात की चिंता है कि क्या सीयूईटी में 11वीं कक्षा के सिलेबस से भी सवाल पूछे जाएंगे. यूजीसी चेयरमैन ने कहा ‘नहीं. सीयूईटी में जो भी सवाल पूछे जाएंगे वे पूरी तरह क्लास 12 के सिलेबस से ही होंगे.’
उन्होंने कहा, ‘शुरुआत में इस साल सीयूईटी का एक बार आयोजन किया जाएगा, लेकिन एनटीए आगामी सत्र से साल में कम से कम दो बार परीक्षा आयोजित करने पर विचार करेगी.’
जगदीश कुमार ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि भारत के 45 केंद्रीय विश्वविद्यालयों में दाखिले के लिए 12वीं कक्षा के अंक नहीं, बल्कि सीयूईटी के अंकों का उपयोग अनिवार्य होगा और केंद्रीय विश्वविद्यालय अपना न्यूनतम पात्रता मापदंड तय कर सकते हैं.