CBSE Board Exams 2022: सुप्रीम कोर्ट ने CBSE, ISCE सहित सभी राज्य बोर्डों और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (एनआईओएस) द्वारा आयोजित की जाने वाली दसवीं और बारहवीं कक्षा के लिए ऑफलाइन परीक्षा रद्द करने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी. सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि इस तरह की याचिकाएं भ्रामक हैं और छात्रों को झूठी उम्मीद देती हैं.
CBSE, ISCE 10वीं और 12वीं बोर्ड की ऑफलाइन परीक्षाएं रद्द कराने की मांग वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी गई है. सुप्रीम कोर्ट में आज यानी 23 फरवरी 2022 को इस साल सीबीएसई ( CBSE ) आइसीएसई समेत अन्य विभिन्न राज्य बोर्डों के द्वारा आयोजित की जाने वाली कक्षा 10वीं और 12वीं के लिए ऑफलाइन बोर्ड परीक्षाओं को रद्द करने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई की.
याचिका को खारिज करते हुए, जस्टिस खानविलकर ने कहा, “ये याचिकाएं झूठी उम्मीदें पैदा करती हैं, अधिकारियों को निर्णय लेने दें. आप उस आदेश को चुनौती दे सकते हैं.” बोर्ड परीक्षा रद्द करने की याचिका पर सुनवाई जस्टिस एएम खानविलकर, दिनेश माहेश्वरी और सीटी रविकुमार की बेंच ने की.
Supreme Court dismisses a plea seeking cancellation of offline exams for Class X and XII to be conducted by all State Boards, CBSE, ICSE and National Institute of Open Schooling (NIOS). Supreme Court says these kinds of petitions are misleading and give false hope to students. pic.twitter.com/lCZvFKLlMX
— ANI (@ANI) February 23, 2022
याचिकाकर्ता को फटकार भी लगाई :
सीबीएसई, आईसीएसई बोर्ड समेत अन्य राज्यों की बोर्ड परीक्षाएं ऑफलाइन मोड पर कराने के संबंध में कोई फैसला देने से इनकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में याचिकाकर्ता को फटकार भी लगाई. सर्वोच्च अदालत ने कहा कि ‘ये किस तरह की याचिका लगाई जा रही है और उन्हें पब्लिसिटी मिल रही है. इसे बंद होना होगा.
इस तरह की याचिका के साथ दोबारा न आएं, नहीं तो हर्जाना भरना होगा. स्टूडेंट्स और अथॉरिटी को उनके काम करने दीजिए.’ बेंच ने कहा कि ‘यह याचिका अपरिपक्व और गलत सलाह से प्रेरित है. बोर्ड अथॉरिटीज़ द्वारा अभी भी बोर्ड एग्जाम्स 2022 पर अंतिम निर्णय होना बाकी है. अगर उनके निर्णय नियमों और कानून के अनुसार नहीं हुए, तब प्रभावित लोग इसे चुनौति दे सकते हैं. तब आप हमारे पास आएं.’
CBSE, ISCE टर्म1 की परीक्षा हो चुकी है :
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई), इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (आईसीएसई), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओपन स्कूलिंग (आईसीएसई) द्वारा आयोजित होने वाली ऑफलाइन बोर्ड परीक्षाओं के खिलाफ छात्रों ने पिछले हफ्ते यह याचिका दायर कर अदालत के हस्तक्षेप की मांग की थी. ध्यान देने योग्य बात यह है कि सीबीएसई और आईसीएसई बोर्ड पहले ही टर्म 1 बोर्ड परीक्षा आयोजित कर चुके हैं.
CBSE, CISCE टर्म 2 बोर्ड परीक्षा 2022 का शेड्यूल भी जारी कर दिया गया है. शेड्यूल के अनुसार, परीक्षाएं अप्रैल के महीने में शुरू होंगी. CBSE और CISCE दोनों ने COVID के कारण दो अलग-अलग शर्तों में बोर्ड परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया था. छात्रों के अंतिम परिणाम दोनों शर्तों में उनके प्रदर्शन के आधार पर तैयार किए जाएंगे. अंतिम मार्कशीट द्वितीय सत्र की परीक्षा आयोजित करने के बाद ही जारी की जाएगी.
जानें बोर्ड के छात्रों की क्या है मांग :
बता दें कि याचिका के माध्यम से 15 से अधिक राज्यों के कक्षा 10 और 12 के छात्रों ने आगामी बोर्ड परीक्षा 2022 के लिए ऑनलाइन परीक्षा व वैकल्पिक मूल्यांकन पद्धति की मांग करते हुए शीर्ष अदालत का दरवाजा खटखटाया है. पिछले साल COVID-19 महामारी के कारण, बोर्ड ने वैकल्पिक मूल्यांकन मानदंडों के माध्यम से छात्रों का मूल्यांकन करने का निर्णय लिया. कोई बोर्ड परीक्षा आयोजित नहीं की गई थी, और छात्रों को आंतरिक परीक्षा और बोर्ड द्वारा तैयार किए गए फॉर्मूले के आधार पर अंक और प्रतिशत दिए गए थे. सीबीएसई के साथ-साथ अन्य बोर्डों ने भी यही पासिंग पद्धति लागू की. इसके अलावा याचिका में सभी बोर्ड्स को समय पर रिजल्ट घोषित करने के लिए निर्देश देने और विभिन्न चुनौतियों का सामना करने के कारण इंप्रूवमेंट एग्जाम (Improvement Exam 2022) का विकल्प देने की भी मांग की गई है. आईसीएसई और सीबीएसई बोर्ड एग्जाम्स अप्रैल 2022 (CBSE Board Exam 2022) में शुरू हो रहे हैं.