खगड़िया में संपत्ति विवाद को लेकर तीन भाइयों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई, जिसमें दो की मौके पर ही मौत हो गई। एक भाई गंभीर रूप से घायल है.
❍ हाइलाइट्स ● खगड़िया में संपत्ति विवाद को लेकर 3 भाइयों पर ताबड़तोड़ फायरिंग. ● दो भाइयों की मौके पर मौत, एक की हालत गंभीर. ● सौतेले चचेरे भाई पंपम सिंह ने साथियों के साथ की वारदात. ● एसएचओ ने बताया- पुलिस की वर्दी में आए थे हमलावर.
बिहार के खगड़िया में संपत्ति विवाद को लेकर तीन भाइयों पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई, जिसमें दो की मौके पर ही मौत हो गई। एक भाई गंभीर रूप से घायल है। बताया जा रहा कि इस सनसनीखेज वारदात को सौतेले चचेरे भाई पंपम सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया। मामले की सूचना मिलते ही पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी। आरोपी पंपम सिंह के माता-पिता और उसके एक दोस्त सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया।
सौतेले चचेरे भाई पर ही हत्या का आरोप : डबल मर्डर का चौंकाने वाला मामला बेलदौर थाना इलाके के सक्रोहर गांव का है। जहां गुरुवार आधी रात के बाद कथित तौर पर संपत्ति विवाद को लेकर सौतेले चचेरे भाई पंपम सिंह ने अपने कुछ साथियों के साथ कोहराम मचा दिया। उसने धनंजय सिंह (63) और विजय सिंह (60) की गोली मारकर हत्या कर दी। परिवार की महिलाओं और बच्चों ने किसी तरह से भागकर अपनी जान बचाई।
पुलिस की वर्दी में आए थे आरोपी : इस वारदात में घायल पप्पू सिंह (55) का इलाज अस्पताल में चल रहा है। एसएचओ (प्रभारी) पंकज प्रकाश ने कहा कि आरोपी पुलिस की वर्दी में आए थे। पुलिस ने बताया कि धनंजय सिंह के दादा ने दो बार शादी की थी। पंपम सिंह उनका एकमात्र सौतेला चचेरा भाई है। धनंजय और उसके भाइयों का पंपम के साथ जमीन को लेकर विवाद था। खगड़िया के एसपी अमितेश कुमार ने कहा कि विवादों को एक-एक करके सुलझाया गया था और कुछ महीने पहले ही सरपंच ने मामले का निपटारा कर दिया था।
क्यों हुई वारदात एसपी ने दी पूरी जानकारी : एसपी अमितेश कुमार ने कहा कि पंपम सिंह सहरसा के कुख्यात अपराधी मिथिलेश यादव से जुड़ा है, जबकि धनंजय और उसके भाइयों का एक अन्य अपराधी रामकृष्ण के साथ संपर्क था, जो मिथिलेश के मामा और उसके कट्टर प्रतिद्वंद्वी हैं। उन्होंने कहा कि मिथिलेश को शायद सूचना मिली थी कि रामकृष्ण धनंजय सिंह के घर के अंदर छिपे हैं। उन्होंने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से बताया कि अपराधियों ने सभी को बाहर निकालने के बाद घर की तलाशी ली लेकिन रामकृष्ण का पता लगाने में असफल रहे। इस बीच, पंपम ने गोलियां चला दीं, जिसमें धनंजय और विजय की मौत हो गई, जबकि पप्पू गंभीर रूप से घायल हो गया।
सुरक्षा के लिहाज से गांव में की गई पुलिस की तैनाती : हत्या के बाद से गांव में उपजे तनाव को देखते हुए ऐहतियात के तौर पर पुलिस तैनात की गई है। परिजनों को सुरक्षा दी गई है। बेलदौर के थानाध्यक्ष शिव कुमार यादव ने बताया कि मामले में मृतक के पुत्र के फर्द बयान पर प्राथमिकी दर्ज़ कर ली गई है। इसमें आरोपी के पिता सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है वहीँ मुख्य आरोपी की की गिरफ्तारी का प्रयास जारी है। पुलिस की वर्दी में आए अपराधी कौन थे, इसकी भी जांच की जा रही है।