Womens Day 2022 : वैश्विक महामारी कोविड-19 के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘आपदा में अवसर’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ का मंत्र दिया. इससे देश में कारोबार करने वालों को प्रोत्साहित करने में मदद मिली. हमने देखा कई स्टार्टअप्स अब यूनिकॉर्न की रेस में शामिल हो गए हैं. ऐसे में देश की महिलाएं भी पीछे नहीं रहीं. उन्होंने भी आगे बढ़कर अलग-अलग क्षेत्रों में कामकाज शुरू किया. केंद्र की मोदी सरकार महिलाओं को आगे लाने और उन्हें अपना बिजनेस शुरू करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है. इंटरनेशनल वुमेन डे (International Women’s Day 2022) पर हम महिलाओं के लिए शुरू की गई ऐसी योजनाओं की जानकारी दे रहे हैं, जिससे उन्हें बिजनेस शुरू करने में मदद मिलती है.
अन्नपूर्णा योजना :
अन्नपूर्णा योजना के तहत केंद्र सरकार अपना कारोबार करने की इच्छा रखने वाली महिलाओं को फूड कैटरिंग बिजनेस के लिए 50 हजार रुपए तक का लोन देती है. इसका इस्तेमाल बर्तन खरीदने, गैस कनेक्शन लेने, फ्रिज, मिक्सर, टिफिन बॉक्स और खाने की टेबल जैसे सामान खरीदने के लिए किया जा सकता है. लोन के लिए एक गारंटर की जरूरत होती है. लोन की रकम को 36 महीने यानी 3 साल में चुकाना होता है. अन्नपूर्णा स्कीम में लोन पर ब्याज की दर मार्केट के हिसाब से तय होती है. फिलहाल, SBI से इस स्कीम का फायदा लिया जा सकता है.
मुद्रा योजना :
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना छोटे उद्यमियों को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है. इस योजना में 50 हजार से 50 लाख रुपए तक का लोन मिलता है. लोन किसी भी राष्ट्रीय बैंक से ले सकते हैं. इन पैसों की मदद से महिलाएं भी अपना बिजनेस शुरू कर सकती हैं. 10 लाख रुपए तक के लोन के लिए किसी गारंटर की जरूरत नहीं है. मुद्रा योजना में 3 तरह के प्लान शामिल हैं. शिशु: नए बिजनेस के लिए सालाना 12% ब्याज की दर से 50 हजार रुपए तक का लोन दिया जाता है. लोन 5 साल में चुकाना होता है. किशोर: पहले से चल रहे बिजनेस के एक्सपेंशन के लिए 50 हजार से 5 लाख रुपए तक का लोन मिलता है. लोन जमा करने और ब्याज की दरें क्रेडिट हिस्ट्री से बैंक तय करता है. तरुण: बिजनेस बढ़ाने के लिए 5 लाख रुपए से 10 लाख रुपए तक का लोन मिलता है. लोन डिपॉजिट और ब्याज की दरें क्रेडिट हिस्ट्री से बैंक तय करता है.
स्त्री शक्ति पैकेज :
स्त्री शक्ति पैकेज ऐसी महिलाओं के लिए है, जो किसी बिजनेस में 50% से ज्यादा हिस्सेदारी रखती हैं. राज्य के उद्यम विकास प्रोग्राम में रजिस्टर करने वाली महिलाओं को भी इस स्कीम में शामिल किया जाता है. स्त्री शक्ति पैकेज में शुरुआती 50 हजार से लेकर 2 लाख रुपए तक का लोन दिया जाता है. MSME में रजिस्टर्ड कंपनियों को 25 लाख रुपए तक का लोन मिलता है. 5 लाख रुपए तक के लोन के लिए कोई सिक्योरिटी नहीं चाहिए. लोन की ब्याज दर में भी छूट मिलती है. स्त्री शक्ति पैकेज का फायदा स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) से मिलता है.
महिला उद्यम निधि :
महिला उद्यमियों की आर्थिक मदद के लिए पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और स्मॉल इंडस्ट्रीज डेवलपमेंट बैंक ऑफ इंडिया (SIDBI) ने महिला उद्यम निधि की शुरुआत की थी. इसमें 10 लाख रुपए तक के लोन मिलता है. 10 लाख के लोन को चुकाने के लिए 10 साल की अवधि में काम किया जाता है. ब्याज की दरें बाजार के आधार पर तय होती हैं. SIDBI की तरफ से इस योजना के तहत ब्यूटी पार्लर, डे केयर सेंटर, ऑटो रिक्शा, बाइक और कार खरीदने के लिए अलग-अलग प्लान और ट्रेनिंग दी जाती है.
महिला समृद्धि योजना :
आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़ी महिलाओं को आगे बढ़ाने के लिए महिला समृद्धि योजना की शुरुआत हुई. बिजनेस शुरू करने में होने वाले खर्च के लिए बैंक 60 हजार रुपए तक का लोन ऑफर करते हैं. लोन चुकाने के लिए 3 साल 6 महीने की अवधि होती है. इस पर सालाना 4% ब्याज चुकाना होता है. BPL होल्डर महिलाएं इस योजना का फायदा ले सकती हैं. इसमें किसी गारंटर या सिक्योरिटी की जरूरत नहीं है.