BPSC Urgent Alert: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की आगामी परीक्षाएं निजी महाविद्यालयों में आयोजित नहीं की जाएंगी। आयोग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि किसी भी स्तर की परीक्षा के लिए भविष्य में निजी कालेजों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा। इसके साथ ही स्वच्छ छवि वाले पदाधिकारियों को ही दंडाधिकारी व परीक्षा कार्य में प्रतिनियुक्त किया जा सकेगा। इस संबंध में सभी डीएम को पत्र लिखा है।
BPSC Urgent Alert: बीपीएससी की 67वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा का वायरल प्रश्न पत्र परीक्षा शुरू होने के 17 मिनट पहले बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक के मोबाइल पर पहुंच गया था। यह प्रश्न पत्र बिहार के एक सीनियर आइएएस ने परीक्षा नियंत्रक को भेजा था। इस बात का जिक्र आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की ओर से दर्ज प्राथमिकी में किया गया है। प्राथमिकी में आइएएस और बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक का मोबाइल नंबर भी दर्ज है, जिससे वायरल प्रश्न पत्र का आदान-प्रदान हुआ था। ईओयू अधिकारियों के अनुसार, आइएएस अफसर और परीक्षा नियंत्रक दोनों से बातचीत की गई है। अफसर ने प्रश्न पत्र भेजने का मकसद सत्यता जांचना बताया है। प्रश्न पत्र कहां से मिला, इसकी जानकारी ली गई है।
बीपीएससी की परीक्षाएं अब निजी कालेजों में नहीं होगी: BPSC Urgent Alert
बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की आगामी परीक्षाएं निजी महाविद्यालयों में आयोजित नहीं की जाएंगी। आयोग ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि किसी भी स्तर की परीक्षा के लिए भविष्य में निजी कालेजों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा। इसके साथ ही स्वच्छ छवि वाले पदाधिकारियों को ही दंडाधिकारी व परीक्षा कार्य में प्रतिनियुक्त किया जा सकेगा। इस संबंध में सभी डीएम को पत्र लिखा है।
वाट्सएप लिंक के आधार पर चार हिरासत में: BPSC Urgent Alert
छानबीन में यह स्पष्ट जानकारी मिली है कि परीक्षा शुरू होने से पूर्व सेट-सी का हंिदूी प्रश्न पत्र इंटरनेट मीडिया पर वायरल था। ईओयू सूत्रों के अनुसार, इसमें संगठित गिरोह का हाथ होने का अनुमान है। मोबाइल पर प्रश्न पत्र वायरल करने वालों की कड़ी जोड़ी जाने लगी है। देर शाम तक पटना से चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनके पास परीक्षा शुरू होने से पहले प्रश्न पत्र था, जिसे वाट्सएप से आगे भेजा जा रहा था। टीम जिन संदिग्धों से पूछताछ कर रही है, उनके मोबाइल की जांच में पाया गया कि वायरल प्रश्न पत्र को डिलीट कर दिया गया था। ऐसे में जांच टीम का संदेह और गहरा हो गया है कि वायरल प्रश्न पत्र फारवर्ड करने के बाद डिलीट क्यों किए गए? डिलीट प्रश्नपत्र व संदेशों को फोरेंसिक टीम रिकवर करने की कोशिश कर रही है।
बीडीओ व प्राचार्य समेत चारों आरोपित गए जेल: BPSC Urgent Alert
परीक्षा के दौरान गड़बड़ी की शिकायत पर गिरफ्तार किए गए आरा के कुंवर सिंह कालेज के प्राचार्य सह सेंटर सुपरींटेंडेंट योगेंद्र प्रसाद सिंह, भोजपुर के बड़हरा के बीडीओ सह कुंवर सिंह कालेज के स्टैटिक दंडाधिकारी जयवर्धन गुप्ता, व्याख्याता सह परीक्षा नियंत्रक सुशील कुमार सिंह और व्याख्याता सह सहायक केंद्राधीक्षक अगम कुमार सहाय को बुधवार को जेल भेज दिया गया है। चारों पर केंद्र पर अनियमितता बरतने, सेंटर पर मोबाइल ले जाने की अनुमति देने, कुछ परीक्षार्थियों को अलग कमरे में बैठाकर पहले ही प्रश्न पत्र बांटकर परीक्षा लेने आदि का आरोप है।
INPUT: JAGRAN