Teak wood Farming : सागवान की लकड़ी का बाजार काफी बड़ा है. बाजार में जितनी ज्यादा सागवान की लकड़ी (Sagwan Farming) की मांग है, उसके मुकाबले आपूर्ति काफी कम ही है. ऐसे में आप सागवान की खेती करके अच्छा-खास प्रॉफिट कमा सकते हैं. सागवान का एक पेड़ ही हजारों रुपये में बिकता है.
Teak wood Farming : भारत को कृषि प्रधान देश कहा जाता है, लेकिन इसके बावजूद भी किसानों की माली हालत ठीक नहीं है. ज्यादातर किसानों की वार्षिक आय काफी कम है, जिसकी वजह से उन पर कर्ज समय के साथ बढ़ता चला जाता है. किसानों की आय बढ़ाने के लिए सालों से सरकार द्वारा कोशिशें की जाती रही हैं. हालांकि, कई चीजों की खेती करने पर किसानों की अच्छी कमाई होती है. इन्हीं में एक सागवान के पेड़ की खेती है. सागवान की लकड़ी (Sagwan Farming) बाजार में काफी महंगी मिलती है और यदि किसान अपने खेत में इस पेड़ को लगाते हैं तो उन्हें कुछ सालों में ही करोड़ों रुपये की कमाई हो सकती है.
किस काम आती है सागवान की लकड़ी :
सागवान की लकड़ी का बाजार काफी बड़ा है. बाजार में जितनी ज्यादा सागवान की लकड़ी की मांग है, उसके मुकाबले आपूर्ति काफी कम ही है. ऐसे में आप सागवान की खेती करके अच्छा-खास प्रॉफिट कमा सकते हैं. सागवान का एक पेड़ ही हजारों रुपये में बिकता है. वहीं, सागवान के पेड़ की लकड़ी के इस्तेमाल की बात करें तो यह काफी मजबूत होती है और इससे बनने वाले फर्नीचर सालों तक चलते हैं. इस लकड़ी को दीमक भी ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा पाती है. मकानों की खिड़कियों, जहाजों, नावों, दरवाजों आदि में सागवान की लकड़ी का इस्तेमाल होता है और ये सालों तक चलती हैं.
कब और कहाँ लगाएं सागवान?
सागवान की खेती आप पूरे भारत में कहीं पर भी कर सकते हैं. इसको लगाने का सबसे अच्छा महीना सितंबर और अक्टूबर का होता है. हालांकि, यह सालभर कभी भी उगाया जा सकता है. एक्सपर्ट्स के अनुसार, सागवान के पौधों को लगाने के लिए मिट्टी की पीएच वैल्यू 6.50 से लेकर 7.50 के बीच में बेहतर मानी जाती है. अगर आप इस मिट्टी में सागवान की खेती करेंगे तो आपके पेड़ बेहतर और जल्द बड़े होंगे.
सागवान को लगाने के बाद क्या करें?
जैसे हर फसल के लिए होता है, वैसे ही सागवान की खेती के लिए भी जरूरी है कि आप पहले कुछ सालों तक जो जरूर इसकी देखभाल करते रहें. दरअसल, जब आप इसे लगा दें तो पहले तीन चार साल तक सागवान के पेड़ की अच्छे तरीके से देखभाल करना काफी जरूरी है. अगर शुरुआती समय में आपने इसकी देखभाल कर ली तो आने वाले समय में मिलने वाला मुनाफा काफी अधिक होगा. आपको अपने खेत की समय-समय पर गुड़ाई करना जरूरी होगा. पहले साल में तकरीबन तीन और दूसरे साल में दो बार खेत की अच्छे तरह से गोड़ाई जरूर करें और नियमित अंतराल पर पानी व खाद वगैरह देते रहें. हालांकि, यह भी ध्यान रखें कि अगर आपने जरूरत से ज्यादा पानी दे दिया तो फिर आपके पेड़ में फंगस लगने का भी खतरा उत्पन्न हो जाएगा.
कितने साल में तैयार हो जाता है पेड़?
सागवान का पेड़ एक बार लगाने के बाद आपको कम-से-कम 10-12 साल तक का इंतजार तो करना ही पड़ेगा. ऐसे में आप चाहें तो खेत के किनारे मेढ़ पर सागवान के पेड़ लगा सकते हैं और बीच में अन्य जरूरी फसलों की खेती कर सकते हैं. चूंकि, सागवान का पत्ते में कड़वाहट होती है, ऐसे में इसे जानवर भी खाना पसंद नहीं करते हैं.
खेती से बंपर होगी कमाई, करोड़ों रुपये मुनाफा :
हर किसान चाहता है कि वह जिसकी खेती कर रहा हो, उससे उसे अच्छी-खासी रकम मिले. चूंकि, सागवान के पेड़ लगाने में काफी मेहनत और कई सालों की जरूरत होती है. ऐसे में लोगों को मुनाफा भी अच्छा ही चाहिए होता है. यदि एक एकड़ की खेती में कोई किसान 500 सागवान के पेड़ लगाता है तो 10-12 सालों के बाद वह उसे तकरीबन एक करोड़ रुपये में बेच सकता है. इस तरह आप अपने खेतों में सागवान के पेड़ लगाकर बंपर कमाई कर सकते हैं. इसके एक पेड़ की कीमत की बात करें तो अभी यह बाजार में 30-40 हजार रुपये में आसानी से बिक जाता है, लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता है, उस तरह पेड़ की कीमत भी बढ़ती जाती है. आप कई एकड़ में पेड़ लगाकर करोड़ों रुपये का मुनाफा कमा सकते हैं.