Post office franchise : पूरे देश में 1.55 लाख पोस्ट ऑफिस हैं जिसमें 90 फीसदी की सेवा ग्रामीण भारत में है. इसके बावजूद नए पोस्ट ऑफिस खोलने की डिमांड की जा रही है. ऐसे में इसकी फ्रेंचाइजी से अच्छी कमाई की जा सकती है. अगर आप अपना खुदका बिजनेस करने की सोच रहे हैं, तो आप Post Office की Franchise ले सकते हैं. पोस्ट ऑफिस की हर जगह है पहुंच.
Post Office Franchise : अगर आप अपना खुदका बिजनेस करने की सोच रहे हैं, तो आप Post Office की Franchise ले सकते हैं. इसके लिए ना तो ज्यादा इन्वेस्टमेंट की जरूरत है और ना ही किसी डिग्री-डिप्लोमा की. केवल आठवीं पास व्यक्ति भी पोस्ट ऑफिस को इनकम का जरिया बना सकता है. पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी लेकर आप हर महीने लगभग 50 हजार रुपये तक कमा सकते हैं. फ्रेंचाइजी लेकर आप कहीं गांव या शहर में पोस्ट ऑफिस में होने वाले काम करके कमाई शुरू कर सकते हैं. बता दें कि देशभर में कई ऐसी जगह हैं, जहां डाकखाना खोलने की जरूरत तो है, लेकिन वहां यह सुविधा नहीं दी जा सकती है, तो वहां लोगों तक डाक सुविधाएं पहुंचाने के लिए फ्रेंचाइजी आउटलेट खोला जाता है.
Post Office Franchise के आवेदन के लिए ऑफिसियल वेबसाइट देख्ने : पोस्ट ऑफिस फ्रेंचाइजी खोलने के लिए मिनिमम सिक्यॉरिटी अमाउंट 5000 रुपए है. पोस्ट ऑफिस की फ्रेंचाइजी के लिए इसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट करें.
https://www.indiapost.gov.in/VAS/Pages/Content/Franchise_Scheme.aspx
कितनी होगी कमाई : कमाई की बात करें तो स्पीड पोस्ट के लिए 5 रुपए, मनी ऑर्डर के लिए 3-5 रुपए, पोस्टल स्टाम्प और स्टेशनरी पर 5 फीसदी का कमिशन मिलता है. इस तरह अलग-अलग सर्विस के लिए अलग अलग कमिशन मिलता है.
इस स्कीम में किस तरह निवेश करना है आइए उसके बारे में जानते हैं. अकाउंट ओपनिंग कैश और चेक की मदद से की जा सकती है. मैक्सिमम अमाउंट को लेकर कोई लिमिट नहीं है. अगर अकाउंट ओपनिंग 1-15 तारीख के बीच में है तो हर महीने 15 तारीख से पहले अकाउंट में पैसे जमा कर देने चाहिए. 15 तारीख के बाद अकाउंट ओपनिंग पर हर महीने 15 तारीख के बाद महीने के लास्ट वर्किंग डे तक रकम जमा कर देनी चाहिए.
अगर ड्यू डेट तक रकम जमा नहीं की जाती है तो डिफॉल्ट फीस जमा करना होगा. यह प्रति 100 रुपए के लिए हर महीने का 1 रुपया है. अधिकतम चार डिफॉल्ट एक्सेप्टेबल हैं. उसके बाद अकाउंट को डिसकंटीन्यू कर दिया जाएगा. उसके बाद दो महीने के भीतर अकाउंट को दोबारा कंटीन्यू किया जा सकता है. अगर ऐसा नहीं किया गया तो उस अकाउंट को दोबारा रिवाइव नहीं किया जा सकता है.
कितना होगा इन्वेस्टमेंट : इन्वेस्टमेंट की बात करें तो फ्रेंचाइजी आउटलेट का काम मुख्य रूप से सर्विस को पास करना होता है इसलिए इसका इन्वेस्टमेंट कम है. वहीं पोस्टल एजेंट के लिए इन्वेस्टमेंट ज्यादा होता है क्योंकि आपको स्टेशनरी के सामान की खरीदारी भी करनी होती है.