NSE Scam Case : सीबीआई ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज NSE पर हुए को-लेकेशन घोटाले में पूर्व एमडी-सीईओ चित्रा रामकृष्ण के सलाहकार रहे आनंद सुब्रमण्यम को गिरफ्तार कर लिया है. तीन दिन पहले उनसे लंबी पूछताछ के बाद जांच एजेंसी ने बृहस्पतिवार देर रहा यह कार्रवाई की.
NSE Scam Case : CBI ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में हुई अनियमितता मामले में NSE के पूर्व एमडी पूर्व समूह संचालन अधिकारी और चित्रा रामकृष्ण के सलाहकार आनंद सुब्रमण्यम चेन्नई से देर रात गिरफ्तार किया है. आनंद सुब्रमण्यम पर आरोप है कि वो एनएसई के कामकाज में दखल देते थे. CBI के अधिकारियों ने शुक्रवार की सुबह इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में कई गड़बड़ियों का पता चला है.
आनंद सुब्रमण्यम ही बाबा बनने का कर रहे थे ढ़ोंग!
CBI इस मामले में आनंद सुब्रमण्यम से लगातार पूछताछ कर रही थी. उसके पास से मिले डॉक्युमेंट्स को CBI ने बारीकी से खंगाला. इसके बाद चेन्नई में उसके आवास पर छापा मारा. माना जा रहा है कि आनंद सुब्रमण्यम ही बाबा बनने का ढ़ोंग कर रहा था. बाबा बनकर वो NSE की प्रमुख चित्रा रामकृष्ण को प्रभावित कर रहा था.
सुब्रमण्यम हो सकता है हिमालयी योगी :
रिपोर्ट के मुताबिक, मामला सामने आने के बाद से केंद्रीय जांच एजेंसी एनएसई को-लोकेशन स्कैम में आनंद सुब्रमण्यम से लगातार पूछताछ कर रही थी. उसके पास से जितने दस्तावेज जब्त किए गए थे, उनकी गंभीरता से जांच की गई. बता दें कि सुब्रमण्यम के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी किया गया था. रिपोर्ट में कहा गया कि सीबीआई ने चेन्नई में उसके आवास पर छापा मारा था. ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि आनंद सुब्रमण्यम ही हिमालयी योगी है जो एनएसई प्रमुख चित्रा रामकृष्ण को निर्देशित कर रहा था.
चित्रा ने बताया था खुद को निर्दोष :
गौरतलब है कि बीते दिनों से एनएसई स्कैम से संबंधित खबरें चर्चा में थी कि चित्रा रामकृष्ण हिमालय में रहने वाले किसी योगी से अपने कामकाज में मदद लेती थीं. बाद में इस तरह की खबरें आईं कि वो योगी और कोई नहीं बल्कि आनंद सुब्रमण्यम ही थे. इस संबंध में आई रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि पूछताछ के दौरान चित्रा ने खुद के पीड़ित होने का दावा किया और खुद को कई बातों से अनजान बताया था. रिपोर्ट के मुताबिक, चित्रा ने खुद के निर्दोष होने का दावा किया है और उनका कहना है कि कोई उन्हें फंसा रहा है.
ऐसे हुआ था घोटाला :
मार्केट रेग्युलेटर सेबी के मुताबिक, आनंद की पत्नी सुनीता को स्टॉक एक्सचेंज के चेन्नई ऑफिस में 1 अप्रैल 2013 से 31 मार्च 2014 के बीच कंसल्टेंट के रूप में नौकरी दी गई थी. उस समय उनकी सैलरी 60 लाख रुपये फिक्स की गई थी. उसी दिन आनंद को चीफ स्ट्रैटिजिक एडवाइजर नियुक्त किया गया था और उसकी सैलरी 1.68 करोड़ रुपये थी. उसी दिन उनकी पत्नी को भी नौकरी दी गई. आनंद उस समय एक कंपनी में 15 लाख रुपये की नौकरी कर रहा था.
कई अधिकारियों से की गई पूछताछ :
बता दें कि CBI ने इससे पहले नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी चित्रा रामकृष्ण से पूछताछ की थी. अधिकारियों ने बताया कि एनएसई में ‘को-लोकेशन’ सुविधा के कथित दुरुपयोग को लेकर जारी जांच से जुड़े नए तथ्यों के प्रकाश में आने पर यह पूछताछ की गई. जांच एजेंसी ने रामकृष्ण और एक अन्य पूर्व सीईओ रवि नारायण (Ravi Narain) और पूर्व मुख्य परिचालन अधिकारी (सीओओ) आनंद सुब्रमण्यन के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया था.