HDFC Q4 Results : हाउसिंग लोन मुहैया कराने वाली एचडीएफसी के बोर्ड ने 31 मार्च, 2022 को समाप्त वर्ष के लिए 16 फीसदी की ग्रोथ के हिसाब से 3,700 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया गाया. कंपनी ने 30 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के डिविडेंड की सिफारिश की है. एक साल पहले के मुकाबले डिविडेंड 7 रुपये ज्यादा है.
HDFC Q4 Results : हाउसिंग लोन मुहैया कराने वाली कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Limited) ने मार्च तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं. मार्च तिमाही में एचडीएफसी लिमिटेड को 3,700 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ. यह एक साल पहले की अवधि के 3,180 करोड़ रुपये से 16 फीसदी अधिक है. बोर्ड ने 31 मार्च, 2022 को समाप्त वर्ष के लिए 30 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के डिविडेंड की सिफारिश की है. एक साल पहले के मुकाबले डिविडेंड 7 रुपये ज्यादा है. आपको बता दें कि इससे पहले 23 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड था.
कुल आय में हुआ इजाफा :
ज़ी बिज़नेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक एचडीएफसी लिमिटेड (HDFC Ltd) ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि मार्च 2022 तिमाही के दौरान कुल आय बढ़कर 12,308.46 करोड़ रुपये हो गई, जो एक साल पहले की अवधि में 11,707.53 करोड़ रुपये थी.
#HDFC ने पेश किए नतीजे
🔸NCDs के जरिए ₹1.25 Lk Cr तक जुटाने को मंजूरी
🔸31 मार्च तक कैपिटल एडिक्वेसी रेश्यो 22.8%#Q4Results #ResultsOnZee pic.twitter.com/DIbwgr4BDr
— Zee Business (@ZeeBusiness) May 2, 2022
कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट इतना बढ़ा :
पूरे साल के 2021-22 के लिए कंपनी का नेट प्रॉफिट 13,742 करोड़ रुपये था. कंपनी को वित्त वर्ष 2020-21 में कुल 12,027 करोड़ रुपये था. कंसोलिडेटेड बेसिस पर, HDFC Ltd को चौथी तिमाही में 21.6 फीसदी की ग्रोथ के साथ 6,892 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ. यह पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही (Q4 FY21) के दौरान 5,669 करोड़ रुपये था.
हालांकि कंसोलिडेटेड बेसिस पर कंपनी की आय तिमाही के दौरान एक साल पहले के 35,754 करोड़ रुपये से घटकर 35,060 करोड़ रुपये रह गई.
30 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड का ऐलान :
तिमाही नतीजों में HDFC Ltd ने बताया कि कंपनी बोर्ड ने वित्त वर्ष 22 के लिए 30 रुपये प्रति इक्विटी शेयर डिविडेंड की सिफारिश की है. डिविडेंट पेमेंट रेश्यो 40 फीसदी है.
शेयर का हाल:
कारोबार के अंत में शेयर का भाव 1.55 फीसदी से ज्यादा बढ़कर 2262.65 रुपये पर पहुंच गया. बीते 8 मार्च को शेयर का भाव 2,046.30 रुपये के स्तर पर था, जो 52 वीक का लो लेवल है. मार्केट कैपिटल की बात करें तो 4 लाख 10 हजार करोड़ रुपये था.