Business Ideas : आज की पोस्ट में हम बात करेंगे एक नए बिजनेस आइडिया जिसकी शुरुआत हम घर से ही कर सकते हैं। आज हम बात करेंगे नूडल्स एवं सेवई बनाने का व्यापार घर से कैसे शुरू करें, इसके लिए कितनी लागत होगी, इसमें किन-किन मशीनों का उपयोग करना होगा, इसके कच्चे सामान कहां से मिलेंगे, बिक्री कहां होगी ?
Business Ideas : देश में कोरोना महामारी संक्रमण के कारण लाखो फैक्ट्री लंबे समय तक बंद हो जाने के कारण पूरी तरह तबाह हो गई है। कई स्थापित कंपनियां एवं उद्योग भी नुकसान में चले जाने के कारण बंद हो चुके हैं। ऐसे में लाखों लोगों ने अपना रोजगार खो दिया है। एक तरफ जहां देश में बेरोजगारी बढ़ती जा रही है। वहीं लोग अब छोटे-मोटे रोजगार की शुरुआत कर अपनी रोजी – रोटी चलाने में जुट गए हैं। लेकिन बहुत सारे लोग को अभी तक यह समझ में नहीं आया है कि वह किस प्रकार का रोजगार करें जिससे उन्हें कम से कम लागत में अच्छी खासी कमाई हो पाए और वह अपने परिवार के भरण-पोषण के साथ-साथ एक अच्छी दिशा में ले जाएं।
सेवई और नूडल्स बनाने का उद्योग एक ऐसा बिजनेस है, जिसकी शुरुआत हम घर से ही कर सकते हैं। आज हम यहाँ बतायेंगे की आप किस तरह नूडल्स एवं सेवई बनाने का व्यापार घर से कैसे शुरू करें, इसके लिए कितनी लागत होगी, इसमें किन-किन मशीनों का उपयोग करना होगा, इसके कच्चे सामान कहां से मिलेंगे, तैयार माल की बिक्री कहां होगी ?तो इस बारे में हम पूरी जानकारी आपको देंगे।
नूडल्स, सेवइयां एवं मैगी टाइप नूडल्स पूरे देश में काफी प्रसिद्ध है। जहां एक तरफ मैगी टाइप नूडल को हम घर में ही आसानी से बना लेते हैं। तो दूसरी ओर सिंपल नूडल जिसे आप घर पर बनाना थोड़ा मुश्किल है। जिसे हम होटल और रेस्टोरेंट्स कैंटीन एवं सड़क किनारे छोटी-मोटी दुकानों में खाया जा सकता है। मैगी टाइप नूडल्स के साथ-साथ साधारण नूडल एवं सेवइयां भी आज भारत में काफी प्रसिद्ध है। जिसे उच्च श्रेणी से लेकर मध्यम एवं निचले श्रेणी के लोग भी खाना काफी पसंद करते हैं। क्योंकि यह हर बजट में आज की तिथि में उपलब्ध है। सिंपल नूडल एवं सेवइयां 20 रुपये प्लेट से लेकर के 200 या 300 रूपये प्लेट में भी आराम से बिक जाती है।
सबसे पहले हम आपको बता दें सेवइयां सदियों से हम भारतीयों का एक प्रमुख खाद्यान्न रहा है जो अपने आप में एक पूर्ण भोजन है। हमारे देश के ही समान चीन में भी प्राचीन काल से ही सेवइयां एवं नूडल्स का उपयोग हो रहा है। यह बात दूसरी है कि वे इन्हें नूडल्स कहते हैं और थोड़े मोटे रूप से तैयार करते हैं। हमारे देश में सेवइयां को दूध अथवा पानी में पकाकर थोड़ा शक्कर या चीनी डालकर इसे तैयार किया जाता है। जबकि चीन में इसमें सब्जी और मसाले के साथ पकाकर इसे नूडल के तौर पर खाया जाता है।
नूडल्स मुख्यत: तीन प्रकार के होते हैं :
मैगी टाइप नूडल : यह रेडी टू ईट नूडल्स मार्केट में 10 रूपये से लेकर 100 रूपये तक में दर्जनों अलग-अलग स्वादों में उपलब्ध है। जिसे आप खरीद कर दो मिनटों में पानी में उबालकर तैयार कर सकते हैं।
चाऊमीन नूडल : चाऊमीन नूडल भारत के गांव से लेकर शहरों तक काफी प्रसिद्ध है। चाऊमीन नूडल को घर पर बनाना थोड़ा मुश्किल है। लेकिन आज के समय में इसे गांव के ठेलों से लेकर शहर के बड़े-बड़े रेस्टोरेंट में खाया जा सकता है। इसे बनाने के लिए सॉसेज, चटनी एवं कच्ची सब्जियों का इस्तेमाल किया जाता है। इसे बनाना थोड़ा मुश्किल होता है।
सेवइयां नूडल्स : सेवइयां नूडल्स भारत में प्राचीन काल से ही काफी प्रसिद्ध रहा है। सेवइयां नूडल्स को आमतौर पर पर्व एवं त्योहार के समय में हम दूध अथवा पानी में पकाकर थोड़ा शक्कर या चीनी डालकर इसे खाते हैं। यह भारत में काफी प्रसिद्ध है।
नूडल्स एवं सेवइयां नूडल्स बनाने के मशीन : शानदार पैकिंग में भरपूर प्रचार के साथ बेची जाने वाली मैगी टाइप नूडल हो या फिर साधारण पैकेट में बंद सफेद नूडल दोनों की बनाने की विधि लगभग समान है और इसमें लगने वाले कच्चे सामान भी लगभग समान ही है। लेकिन मैगी टाइप नूडल बनाने की मशीन की स्थापना करने में 20 से 50 लाख रूपये तक की लागत लगती है। परंतु साधारण सेवइयां या प्लेन नूडल्स बनाने की मशीन एवं शुरुआत करने के लिए 35 से 50 हज़ार रूपये तक में ही उपलब्ध है। साधारण नूडल को आप चौक – चौराहों की दुकानों होटल एवं रेस्टोरेंट में सप्लाई कर सकते हैं एवं शादी पार्टी में भी इसे खासा पसंद किया जाता है। सिंपल नूडल बनाने के लिए ज्यादा बड़ी मशीन खरीदने की जरूरत नहीं है। इसे एक छोटी मशीन से आप अपने घर में किसी रूप में रख सकते हैं और आसानी से इसका इस्तेमाल कर नूडल्स बना सकते हैं जिससे आप हर महीने लगभग एक लाख रुपये की कमाई आराम से कर सकते हैं।
नूडल्स एवं सेवइयां नूडल्स बनाने के लिए कच्चा माल : नूडल्स बनाने के लिए मैदा/आटा, नमक आरारोट पाउडर, सोडियम बाइकार्बोनेट तथा रंग कच्चा माल की जरूरत होती है।
नूडल्स एवं सेवइयां नूडल्स बनाने के लिए निर्माण प्रक्रिया : नूडल्स का आटा तैयार करने के लिए गेहूं की सामान्य मैदा और साधारण पानी मिलाकर गोद लिया जाता है। नूडल्स में किसी प्रकार का रंग नहीं मिलाया जाता है। इसलिए इसमें सीमित मात्रा में मक्का का स्टार्च अथवा आरारोट मिलाया जाता है। मक्का के स्टार्च अथवा आरारोट इसके पाउडर के घोल और रिफाइंड खाद्य तेल की प्रमुख उपयोगिता नूडल्स को चिकने और चमकदार बनाना तथा पकने के बाद भी उनका अलग अलग रहने में मदद करता है। नूडल्स के परस्पर ना चिपकने और अलग अलग रहने के सामान यह है कि उन्हें खाते समय वह एक दूसरे के साथ नहीं चिपके एवं वे अलग अलग रहे।
नूडल्स बनाने के लिए सबसे पहले आपको मैदा/आटा को अच्छी तरह से गुदना है। उसके बाद आपको इसे मशीन में दिए गए स्थान में छोटे-छोटे बॉल बनाकर पिंड में डालना है। एक तरफ से आप मैदा/आटा के छोटे-छोटे पिंड डालते जाएंगे दूसरी ओर से नूडल्स बन कर निकलते जाएंगे। इस प्रक्रिया में बहुत कम समय लगता है और बहुत ज्यादा नूडल बनकर तैयार हो जाता है।
नूडल्स एवं सेवइयां नूडल्स की पैकेजिंग :
मुख्य रूप से फास्ट फूड कॉर्नर, रेस्टोरेंट, कैंटीन और नित्य नूडल्स खाने वाले परिवारों द्वारा प्रयोग किए जाते हैं। यही कारण है कि इनका अधिक लुभावना और महंगा पैकेजिंग करना अनिवार्य नहीं है। सीलन से बचाने के लिए इन्हें पॉलिथीन की पतली सीट अथवा स्थलों की पेपर में लपेटकर और साधारण पॉलिथीन की थैलियों अथवा गत्ते के डिब्बे में पैक करके आप आसान आसानी सप्लाई कर सकते हैं। घरेलू उपयोगिता के अनुसार इन्हें मोमबत्ती और अगरबत्ती ओके सामान ही डिब्बों में रखकर उन पर छापा हुआ लबले लगाकर पर्याप्त महंगी दर पर आसानी से दाल – मसाले बेचने वाली दुकानों को सप्लाई कर सकते हैं।
नूडल्स एवं सेवइयां नूडल्स बनाने के व्यापार के लिए कुल ख़र्च :
नूडल्स एवं सेवइयां नूडल्स बनाने के व्यापार की स्थापना करने के लिए कुल लागत कम से कम 35 से 40 हज़ार रूपये के बीच होती है। इतने पैसे में मशीन और रॉ मटेरियल दोनों आ जाते हैं और व्यापार शुरू हो जाता है। इस व्यापार के लिए 1000 स्क्वायर फिट के कमरे की आवश्यकता पड़ सकती है। इसके लिए आप मशीन ”इंडिया मार्ट” से खरीद सकते हैं।
नूडल्स एवं सेवइयां नूडल्स बनाने के व्यापार के लिए लाइसेंस :
नूडल्स एवं सेवइयां नूडल्स बनाने के लाइसेंस के लिए फूड्स और एनवायर्नमेंटल हाइजीन डिपार्टमेंट में आवेदन देना पड़ता है। यहाँ से लाइसेंस लेना अतिअनिवार्य है। इससे पहले अपने लोकल अथॉरिटी से अनुमति लेकर आप व्यापार शुरू कर सकते हैं, क्योंकि फूड्स डिपार्टमेंट से लाइसेंस लेने में समय लग सकता है।
नूडल्स एवं सेवइयां नूडल्स की मार्केटिंग :
इसकी मार्केटिंग के लिए आपको आसपास के दुकानदारों की स्टाल, रेस्टोरेंट और होटलों से संपर्क करना होगा। उन्हें उनसे बेहतर नूडल और सस्ते दरों पर उपलब्ध करवाने की आशा देकर आप अपनी नूडल की मार्केटिंग की शुरुआत कर सकते हैं।
मुख्यत: आज की पोस्ट में हमने बात की प्लेन नूडल्स की फैक्ट्री की शुरुआत को घर से बनाकर करीब 50 हजार की लागत से हर महीने लाखों रुपए आराम से कैसे इसकी शुरुआत कर सकते हैं। आशा करते हैं कि आपको हमारा यह पोस्ट पसंद आया है। अगर आपको यह पसंद आया है तो अपने दोस्तों के साथ व्हाट्सएप फेसबुक अथवा ट्विटर पर जरूर शेयर करें।