Viral Video : SP हृदयकांत ने कहा कि – ”JDU नेता के अपहरण कर हत्या कर देने की जानकारी मिली थी. इस मामले में संलिप्त एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. इसी बीच एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें आपत्तिजनक बयान दिया गया. इस Video की जांच की जा रही है. video वायरल करने वाले पर FIR दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है’.
Viral Video : बिहार के समस्तीपुर में JDU नेता मो. खलील आलम की हत्याकांड में एक नया मोड़ आ गया है। इस हत्याकांड से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। जिससे सनसनी फैल गयी है। इस वायरल वीडियो मे हत्या के चौंकाने वाले कारण सामने आए हैं। वीडियो देखने से स्पष्ट होता है कि उक्त हत्या साम्प्रदायिक कारणों से की गयी है।
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में जदयू नेता के साथ गौ हत्या को लेकर सवाल किए जा रहे हैं। इसके बाद जदयू के नेता की हत्या मॉब लिंचिंग (mob lynching) की घटना के रूप में बताई जाने लगी। पुलिस ने इस वीडियो को वायरल करने वाले युवक के खिलाफ FIR दर्ज कर गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।
बासुदेवपुर में मुर्गी फार्म के पीछे मिला था शव :
बता दें कि जदयू नेता मो. खलील रिजवी का 17 फरवरी को मुसरीघरारी से समस्तीपुर की ओर आने के क्रम में रास्ते में अपहरण कर लिया गया था। घटना के बाद मृतक के भाई ने लापता होने से संबंधित मुसरीघरारी थाने में एक एफआईआर दर्ज कराई थी। जिसके बाद पुलिस ने SIT टीम का गठन कर त्वरित कार्रवाई शुरू की, जिसमें पुलिस ने मोबाइल लोकेशन और वैज्ञानिक अनुसंधान के तहत मुर्गा फार्म के मालिक विपुल कुमार को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की। जिसमे उसने घटना के बारे में सारी जानकारी पुलिस को बताया। जिसके बाद पुलिस ने गढ़ा खोद शव को बरामद किया था।
गिरफ्तार विपुल ने बताया था कि वह अपने साथियों के साथ उसे पकड़कर मुर्गा फार्म पर ले गया था। जहां मारपीट के दौरान उसकी मौत हो गई। जिसके बाद उनलोगों ने शव को छुपाने के लिए मुर्गा फार्म के पास ही गढ़ा खोदकर गाड़ दिया था। विपुल ने इस हत्या में शामिल चार अन्य लोगों के नाम भी बताए हैं। पुलिस अब विपुल के द्वारा बताए गए हत्याकांड में संलिप्त उसके चार अन्य साथी की तलाश में जुटी है।
पैसे के लेन – देन को लेकर हुई हत्या :
हत्या के कारणों के बारे में विपुल कुमार ने पुलिस को बताया था कि नौकरी दिलाने के नाम पर ली गई रकम न लौटाने के ऐवज में हत्या करने की बात स्वीकारी थी। विपुल के अनुसार मो. खलील दो वर्ष पहले एक नेटवकिंग कंपनी भी चलता था। उसी दौरान विपुल से जान पहचाना हुए और खलील ने उस समय नेटवर्किंग कंपनी का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए विपुल व उसके दोस्त से पैसा लिया था।
लेकिन कुछ समय बाद ही नेटवर्किंग कंपनी खलील ने बंद कर नौकरी दिलाने के नाम पर पैसा लेने लगा। लेकिन नौकरी नही दिलाने पर जब विपुल व उसके दोस्त पैसे की मांग करने लगा तो वह टाल मटोल कर जाता था। जिसके बाद सभी ने पैसे उगाही के लिए उसका अपहरण कर मारपीट कर उसकी हत्या कर दी। लेकिन अब सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को लोग मॉब लिंचिंग से जोड़कर देख रहे हैं।
पुलिस ने इंस्टाग्राम से भी मांगी जानकारी :
समस्तीपुर के SP ने वायरल वीडियो की जांच कराई. इसके बाद जदयू नेता के साथ गौ हत्या और बेचने को लेकर सवाल जवाब करने वाले युवक के खिलाफ थाने में FIR दर्ज की गई. उसकी गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन कर दिया है. एसपी ने बताया कि वीडियो वायरल (VIDEO VIRAL) करने वाले युवक के विरुद्ध पहले से थाने में केस दर्ज है. इंस्टाग्राम को भी वायरल वीडियो को लेकर पत्राचार किया गया है.