पटना में सिपाही घाट मोहल्ला में लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर चुका है. बाढ़ पीड़ित जैसे-तैसे रहने को मजबूर हैं. लोगों के घरों में तरह-तरह के कीड़े-मकोड़े सांप भी निकलने लगे हैं. लोग डरे और सहमे हैं.
बिहार में गंगा नदी (Ganga River) उफान पर है और साथ ही साथ कई नदियों का पानी भी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रहा है. (Water Is Flowing Danger Mark) जलस्तर का आलम ये है कि कई जिलों के शहरों में पानी (Flood In Bihar) घुस गया है.
बता दें कि जहां लगभग दो से तीन हजार की आबादी वाला सिपाही घाट मोहल्ला में लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर चुका है. और लोग अब जैसे-तैसे रहने को मजबूर हैं.
सरकार के द्वारा काफी कुछ मदद की पहल लगातार की जा रही है फिर भी लोग बाढ़ से प्रभावित हैं. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार बाढ़ का जायजा ले रहे हैं तो वहीं पटना के जिलाधिकारी भी लगातार बाढ़ प्रभावित इलाकों का भ्रमण कर रहे हैं.
लोगों के घरों में पानी घुसने लगा है. जिसके कारण कलेक्ट्रेट घाट स्थित सिपाही घाट मुहल्ला में भी लोगों के घरों में पूरी तरह पानी प्रवेश कर चुका है. लोगों के घरों में तरह-तरह के कीड़े मकोड़े सांप भी निकलने लगे हैं.
लोग डरे और सहमे हैं. जगह-जगह समुदायिक किचन की व्यवस्था की जा रही है साथ-साथ जानवरों को खाने के लिए चारे की भी व्यवस्था की जा रही है.
मोहल्ला वासियों का साफ तौर पर कहना है कि दियारा इलाके के लोग तो भागकर इधर आ गए लेकिन हम लोग अपना घर छोड़कर अब कहां जा सकते हैं. काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और घर में छोटे-छोटे बच्चे हैं.
तरह-तरह के कीड़े मकोड़े सांप घर में निकल रहे हैं. मन में डर बैठा हुआ है. लोगों ने कहा कि खाने-पीने के लिए अब समस्या होने लगी है. सबसे बड़ी समस्या खाना बनाने की है. हम लोग चौकी के ऊपर चौकी रखकर खाना बनाते हैं.
बता दें कि गंगा सहित उत्तरी बिहार की कई नदियां इन दिनों खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. राजधानी पटना के आसपास के इलाके जलमग्न हो गए हैं. राजधानी के गंगाघाटों पर पूरी तरह बाढ़ का पानी चढ़ गया है. इस बीच सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है. बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत-बचाव कार्य जारी है. एनडीआरएफ-एसडीआरएफ की टीमें तैनात हैं. मुख्यमंत्री खुद बाढ़ के हालात पर नजर बनाए हुए हैं. वे खुद भी पटना और आसपास के बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई और सड़क मार्ग से सर्वेक्षण कर चुके हैं.