जिस शव को अपनी बेटी का समझकर परिजनों ने दाह संस्कार कर दिया था, वह तीन महीने बाद जिंदा लौट आई. कुसुम के वापस लौटने के बाद पटना सिटी के गौरीचक थाना क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई. कुसुम ने बताया कि वह मरी नहीं है, बल्कि अपने प्रेमी के साथ चेन्नई भाग गई थी.
पटना सिटी (Patna City) के गौरीचक थाना क्षेत्र से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर ग्रामीणों और खुद पुलिस के होश उड़ गए. तीन महीने पहले एक शव को अपनी बेटी समझकर मां और परिजनों ने जिसका अंतिम संस्कार (Funeral of Dead body) कर दिया था, उस लड़की ने जब खुद के जीवित होने का दावा किया तो इलाके में हड़कंप मच गया.
गौरीचक थानाध्यक्ष लालमुनि चौबे ने बताया कि करीब तीन महीने पहले 5 मई को गौरीचक थाना क्षेत्र के अण्डारी गांव के एक परिवार ने कुसुम नाम की लड़की के अपहरण का मामला दर्ज कराया था. इसके बाद पुलिस लड़की की खोजबीन में जुट गई. काफी खोजबीन किए जाने के बाद पुलिस ने एक शव बरामद किया, जिसे लड़की के परिजनों ने लापता कुसुम के तौर पर स्वीकार कर लिया. फिर उसका दाह संस्कार कर दिया गया.
लेकिन जिस शव को कुसुम का शव समझकर परिजनों ने अपना लिया था, वह वास्तव में किसी और की लाश थी. इधर, अपनी ही मौत की खबर सुनने के बाद वह जिंदा है, यह साबित करने के लिए उसे अपने गांव आना पड़ा.
यहां पहुंचकर कुसुम ने बताया कि वह मरी नहीं है, बल्कि जिंदा है. उसने बताया कि वह अपने प्रेमी राकेश के साथ दिल्ली भाग गई थी. फिर वहां से चेन्नई चली गई और शादी रचा ली है. दोनों साथ-साथ रह रहे थे, लेकिन यह सब कुछ होता देख हमें आना पड़ा.
बता दें कि लड़की ने शव के दाह संस्कार होने के तुरंत बाद फेसबुक लाइव आकर भी अपने जिंदा होने की बात कही थी. जिस कुसुम को लोग अब मरा समझने लगे थे, उसे जिंदा देख परिजन के साथ पुलिसकर्मी भी काफी हैरान थे. पुलिस के लिए अब बड़ी चुनौती इस बात की है कि जिस लाश को कुसुम की लाश समझकर उसके परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया था, वह किसकी थी?
फिलहाल पुलिस ने युवती को हिरासत में ले लिया है. कागज पर जिस कुसुम को मरा हुआ दिखा दिया गया, वह अपने जिंदा होने की गवाही कोर्ट में पेश करेगी. फिलहाल, दाह संस्कार किए गए शव के बारे में पुलिस ने जांच तेज कर दिया है.
बता दें कि बीते तीन महीने पहले एक अज्ञात शव को अर्धनग्न अवस्था में पुलिस ने बरामद किया था. उसी समय पुलिस कुसुम गुमशुदगी मामले की भी तफ्तीश कर रही थी. शव मिलने के बाद पुलिस ने समझा कि गुत्थी सुलझ गई और परिजनों ने स्वीकार भी कर लिया. लेकिन इस पूरे मामले के बाद पुलिस के लिए चुनौतियां और बढ़ गई हैं.